खाकी की अधूरी प्रेम कहानी

खाकी की अधूरी प्रेम कहानी


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Allahabad: एक फोन काल ने उनकी जिन्दगी बदल दी। उसने फोन साहब से बात करने के लिए किया था। लेकिन, फोन किसी और ने रिसीव कर लिया। दोनों को एक-दूसरे की आवाज दिलकश लगी और बातचीत का सिलसिला चल


निकला। कुछ इसी तरह से अंजली और अजय की दोस्ती शुरू हुई थी। ऐसी दोस्ती जो प्यार में बदल गई और दोनों ने लव मैरिज कर लिया.  फोन काल से बन गए दोस्त  अजय (काल्पनिक नाम) इलाहाबाद का रहने वाला है।


पुलिस विभाग में हुई नए जवानों की भर्ती में अजय का सलेक्शन हुआ था। ट्रेनिंग के दौरान अजय की ड्यूटी पुलिस लाइंस में थी। कभी कंट्रोल रूम में तो कभी किसी दूसरे काम में ड्यूटी पर अजय मौजूद रहता।


एक दिन अंजलि (काल्पनिक नाम) ने कंट्रोल रूम में किसी जानकारी के लिए कॉल किया। अंजली अजय के ही बैच की पुलिस कांस्टेबल थी। दोनों के बीच बातचीत हुई। अजय ने कहा कि वह कंट्रोल रूम में है। उसकी हर


काम में मदद कर सकता है। मदद के नाम पर दोनों के बीच सेल फोन पर कम्युनिकेशन शुरू हो गया। अजय ने अंजली का काम भी करा दिया। दोनों के पास ज्यादा काम नहीं था। घर से दूर थे। दिन या रात में ड्यूटी


पर जाना था। इससे बातचीत के लिए ज्यादा समय एक-दूसरे को देने लगे। कुछ दिन बाद मिलना भी होने लगा। अंजलि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। बीएससी करने के बाद उसने पुलिस को ज्वाइन किया था।


मकसद था कि अपने पैरों पर खड़े होना। जॉब के साथ अजय का साथ मिल गया तो अजय ने अपने प्यार का इजहार किया तो उसने मंजूरी देने में देर नहीं की. पहुंचा सलाखों के पीछे एक दिन अंजलि ने विभाग से घर


जाने के लिए छुट्टी ली और चली गई। अंजलि की जुदाई अजय को बर्दाश्त नहीं हुई। वह अंजलि से मिलने पहुंच गया। दोनों स्टेशन पर मिले। दोनों में किसी बात को लेकर हॉट टॉक देख स्थानीय लोगों ने जीआरपी को


इसकी जानकारी दे दी। जीआरपी ने अजय को पकड़ा और हवालात में बंद कर दिया। अजय सफाई देता रहा लेकिन जीआरपी ने उसकी एक न सुनी। अंजलि को अपनी गलती का एहसास हुआ। लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी। इसके


बाद अंजलि के लिए और प्राब्लम खड़ी हो गई। जीआरपी ने कह दिया जब तक वह अपने घरवालों को नहीं बुलाती उसे घर जाने की परमिशन नहीं मिलगेी। लास्ट में अंजलि का भाई वहां पहुंचा और किसी तरह मामला सुलझा.


  कोर्ट में कर ली लव मैरिज  इस घटना के बाद से अंजलि को लगा कि अजय उसे हमेशा उसे खुश रखेगा। इसके बाद दोनों ने कोर्ट में जाकर मैरिज करके इस रिश्ते को एक खूबसूरत नाम दे दिया। इसके बाद दोनों ने


रेंट पर रूम लिया और साथ रहने लगे। शुरुआती दिन अच्छे बीते लेकिन कुछ दिन बाद ही स्थितियां बदल गईं.  एबॉर्शन तक करा दिया  अंजलि कभी दिन तो कभी रात में ड्यूटी करती थी। अजय को इस बात से ऐतराज


होने लगा कि अंजलि किसी बाहरी लड़के से फोन से बातचीत करे। इससे अंजलि को सदमा लगा क्योंकि वह मां बनने वाली थी। उसने अजय की बातों को दर किनार करना शुरू किया तो अजय इन छोटी-छोटी बातों से


डिप्रेशन का शिकार हो गया। एक दिन दोनों में विवाद इतना बढ़ गया कि अंजलि घर छोड़कर निकल गई। वह मां बनना चाहती थी लेकिन अजय के विहैबियर से इतनी दुखी हुई कि एबॉर्शन करा लिया.  फिर हो गया दोनों


में समझौता एबॉर्शन की घटना से न केवल अंजलि का दिल टूट गया बल्कि अजय को भी दुख हुआ। अजय ने अंजलि से माफी मांगी। इस पर समझौता तो हो गया लेकिन ज्यादा दिन नहीं चला। उनके बीच झड़प होने लगी। अंजलि


को लगा कि अजय हदें पार कर रहा है तो उसने अजय का साथ छोडऩे का फैसला कर लिया। लगेज पैक किया और घर छोड़ दिया। दो दिन सहेली के यहां रुकी फिर अलग रहने लगी.  सीओ से लेकर थाने तक  अजय ने कोशिश की


लेकिन अंजलि उसके साथ रहना नहीं चाहती थी। अजय के पास कोई रास्ता नहीं बचा था। उसने कोर्ट मैरिज का पेपर दिखाया और पुलिस ऑफिसर के पास पहुंचा। महिला थाने से लेकर सीओ दारागंज तक को केस की जांच


मिली। हर कोई उन्हें समझाने की कोशिश में लगा रहा लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है.  प्यार में पागल हो गया था दरोगा  ये कहानी तीन साल पुरानी है। एक दरोगा की प्रेम की कहानी अधूरी रह गई।


दरोगा बाबू कोतवाली एरिया में रहते थे। उन्हें पड़ोसी युवती से लव हो गया। प्यार में दरोगा बाबू भूल गए कि वह शादीशुदा हैं। वह मुस्लिम थे उन्हें दूसरी शादी से कोई फर्क नहीं था। लेकिन, हिन्दू


मैरिज एक्ट इसकी इजाजत नहीं देता। शादी के लिए घर वालों ने इंकार कर दिया। दरोगा जी को वह मोहल्ला छोडऩा पड़ा लेकिन उनका प्यार कम न हुआ। युवती के घर वालों ने उसकी शादी तय कर दी तो दरोगा उसके


घरवालों को धमकाने पहुंच गए। इस पर लड़के वालों ने शादी से इंकार कर दिया। लड़की के पिता दरोगा के खिलाफ कार्रवाई के लिए दर-दर भटकते रहे लेकिन सुनवाई नहीं हुई। फाइनली आईजी के आदेश पर दरोगा के


खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई.  महिला दरोगा पर चापड़ से हमला  कुछ सालों पहले एक सनकी प्रेमी ने एक महिला सब इंस्पेक्टर पर प्यार में धोखा देने का आरोप लगाते हुए जानलेवा हमला किया


था। इलाहाबाद कोर्ट कैंपस में सरेआम उसपर चापड़ से हमला कर दिया। संयोग ही था कि महिला सब इंस्पेक्टर हमले के बाद भी बच गई। खुद को वकील बताने वाला युवक महिला सब इंस्पेक्टर से लव करता था। उसका


दावा था कि दोनों के बीच काफी समय से प्यार है। महिला सब इंस्पेक्टर ने शादी करने का वादा भी किया था। लेकिन बाद में उसने अपना इरादा बदल दिया.  [email protected] फोन काल से बन गए दोस्त 


अजय (काल्पनिक नाम) इलाहाबाद का रहने वाला है। पुलिस विभाग में हुई नए जवानों की भर्ती में अजय का सलेक्शन हुआ था। ट्रेनिंग के दौरान अजय की ड्यूटी पुलिस लाइंस में थी। कभी कंट्रोल रूम में तो कभी


किसी दूसरे काम में ड्यूटी पर अजय मौजूद रहता। एक दिन अंजलि (काल्पनिक नाम) ने कंट्रोल रूम में किसी जानकारी के लिए कॉल किया। अंजली अजय के ही बैच की पुलिस कांस्टेबल थी। दोनों के बीच बातचीत हुई।


अजय ने कहा कि वह कंट्रोल रूम में है। उसकी हर काम में मदद कर सकता है। मदद के नाम पर दोनों के बीच सेल फोन पर कम्युनिकेशन शुरू हो गया। अजय ने अंजली का काम भी करा दिया। दोनों के पास ज्यादा काम


नहीं था। घर से दूर थे। दिन या रात में ड्यूटी पर जाना था। इससे बातचीत के लिए ज्यादा समय एक-दूसरे को देने लगे। कुछ दिन बाद मिलना भी होने लगा। अंजलि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। बीएससी


करने के बाद उसने पुलिस को ज्वाइन किया था। मकसद था कि अपने पैरों पर खड़े होना। जॉब के साथ अजय का साथ मिल गया तो अजय ने अपने प्यार का इजहार किया तो उसने मंजूरी देने में देर नहीं की। पहुंचा


सलाखों के पीछे एक दिन अंजलि ने विभाग से घर जाने के लिए छुट्टी ली और चली गई। अंजलि की जुदाई अजय को बर्दाश्त नहीं हुई। वह अंजलि से मिलने पहुंच गया। दोनों स्टेशन पर मिले। दोनों में किसी बात को


लेकर हॉट टॉक देख स्थानीय लोगों ने जीआरपी को इसकी जानकारी दे दी। जीआरपी ने अजय को पकड़ा और हवालात में बंद कर दिया। अजय सफाई देता रहा लेकिन जीआरपी ने उसकी एक न सुनी। अंजलि को अपनी गलती का


एहसास हुआ। लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी। इसके बाद अंजलि के लिए और प्राब्लम खड़ी हो गई। जीआरपी ने कह दिया जब तक वह अपने घरवालों को नहीं बुलाती उसे घर जाने की परमिशन नहीं मिलगेी। लास्ट में


अंजलि का भाई वहां पहुंचा और किसी तरह मामला सुलझा.  कोर्ट में कर ली लव मैरिज  इस घटना के बाद से अंजलि को लगा कि अजय उसे हमेशा उसे खुश रखेगा। इसके बाद दोनों ने कोर्ट में जाकर मैरिज करके इस


रिश्ते को एक खूबसूरत नाम दे दिया। इसके बाद दोनों ने रेंट पर रूम लिया और साथ रहने लगे। शुरुआती दिन अच्छे बीते लेकिन कुछ दिन बाद ही स्थितियां बदल गईं.  एबॉर्शन तक करा दिया  अंजलि कभी दिन तो


कभी रात में ड्यूटी करती थी। अजय को इस बात से ऐतराज होने लगा कि अंजलि किसी बाहरी लड़के से फोन से बातचीत करे। इससे अंजलि को सदमा लगा क्योंकि वह मां बनने वाली थी। उसने अजय की बातों को दर किनार


करना शुरू किया तो अजय इन छोटी-छोटी बातों से डिप्रेशन का शिकार हो गया। एक दिन दोनों में विवाद इतना बढ़ गया कि अंजलि घर छोड़कर निकल गई। वह मां बनना चाहती थी लेकिन अजय के विहैबियर से इतनी दुखी


हुई कि एबॉर्शन करा लिया.  फिर हो गया दोनों में समझौता एबॉर्शन की घटना से न केवल अंजलि का दिल टूट गया बल्कि अजय को भी दुख हुआ। अजय ने अंजलि से माफी मांगी। इस पर समझौता तो हो गया लेकिन ज्यादा


दिन नहीं चला। उनके बीच झड़प होने लगी। अंजलि को लगा कि अजय हदें पार कर रहा है तो उसने अजय का साथ छोडऩे का फैसला कर लिया। लगेज पैक किया और घर छोड़ दिया। दो दिन सहेली के यहां रुकी फिर अलग रहने


लगी.  सीओ से लेकर थाने तक  अजय ने कोशिश की लेकिन अंजलि उसके साथ रहना नहीं चाहती थी। अजय के पास कोई रास्ता नहीं बचा था। उसने कोर्ट मैरिज का पेपर दिखाया और पुलिस ऑफिसर के पास पहुंचा। महिला


थाने से लेकर सीओ दारागंज तक को केस की जांच मिली। हर कोई उन्हें समझाने की कोशिश में लगा रहा लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है.  प्यार में पागल हो गया था दरोगा  ये कहानी तीन साल पुरानी


है। एक दरोगा की प्रेम की कहानी अधूरी रह गई। दरोगा बाबू कोतवाली एरिया में रहते थे। उन्हें पड़ोसी युवती से लव हो गया। प्यार में दरोगा बाबू भूल गए कि वह शादीशुदा हैं। वह मुस्लिम थे उन्हें दूसरी


शादी से कोई फर्क नहीं था। लेकिन, हिन्दू मैरिज एक्ट इसकी इजाजत नहीं देता। शादी के लिए घर वालों ने इंकार कर दिया। दरोगा जी को वह मोहल्ला छोडऩा पड़ा लेकिन उनका प्यार कम न हुआ। युवती के घर


वालों ने उसकी शादी तय कर दी तो दरोगा उसके घरवालों को धमकाने पहुंच गए। इस पर लड़के वालों ने शादी से इंकार कर दिया। लड़की के पिता दरोगा के खिलाफ कार्रवाई के लिए दर-दर भटकते रहे लेकिन सुनवाई


नहीं हुई। फाइनली आईजी के आदेश पर दरोगा के खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई.  महिला दरोगा पर चापड़ से हमला  कुछ सालों पहले एक सनकी प्रेमी ने एक महिला सब इंस्पेक्टर पर प्यार में धोखा


देने का आरोप लगाते हुए जानलेवा हमला किया था। इलाहाबाद कोर्ट कैंपस में सरेआम उसपर चापड़ से हमला कर दिया। संयोग ही था कि महिला सब इंस्पेक्टर हमले के बाद भी बच गई। खुद को वकील बताने वाला युवक


महिला सब इंस्पेक्टर से लव करता था। उसका दावा था कि दोनों के बीच काफी समय से प्यार है। महिला सब इंस्पेक्टर ने शादी करने का वादा भी किया था। लेकिन बाद में उसने अपना इरादा बदल दिया.