पिल्ला और खच्चर गैंग ने दिनदहाड़े बिल्डर पर चलाई गोलियां

पिल्ला और खच्चर गैंग ने दिनदहाड़े बिल्डर पर चलाई गोलियां


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-चमनगंज के शहीदाबाद का रहने वाला है बिल्डर, हिस्ट्रीशीटर है, घर के पास हुआ हमला


-खुलेआम हमलावरों ने पिस्टल लेकर दौड़ाया, इलाके में मचा हड़कंप


-हमले में पैर की एड़ी में लगी गोली, रफाकत व शमीम समेत चार पर आरोप लगाया


KANPUR : चमनगंज में मंगलवार को पिल्ला और खच्चर गैंग के सरगना ने गुर्गो के साथ एक हिस्ट्रीशीटर बिल्डर पर हमला कर दिया। उन्होंने फिल्मी स्टाइल में खुली पिस्टल लेकर बिल्डर को दौड़ा लिया। वो जान


बचाकर भागा तो उन लोगों ने उस पर पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिससे इलाके में सनसनी मच गई। दुकानों के शटर गिर गए। बिल्डर के पैर की ऐड़ी में गोली लगने से घायल हो गया। सूचना पर पुलिस


मौके पर पहुंची तो हमलावर मौके से भाग गए। बिल्डर ने रंगदारी न देने पर हमला करने का आरोप लगाया है। हमलावरों ने खुद को बेकसूर बताया है। उनका कहना है कि बिल्डर विवादित मकान पर कब्जा करने के लिए


उनको फंसा रहा है।


चमनगंज के शहीदाबाद में रहने वाले ऐनुद्दीन का बेटा मो। रिजवान (33) प्रॉपर्टी का काम करता है। उसका जरायम की दुनिया से पुराना नाता है। वो थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है, लेकिन इलाकाई लोगों के


मुताबिक अब उसने अपराध से किनारा कर प्रॉपर्टी का काम शुरू कर दिया है। उसका आरोप है कि उसने घर के पास एक मकान खरीदा है। इस पर इलाकाई शातिर रफाकत और शमीम की भी निगाह थी। दो दिन पहले रिजवान अपनी


कुछ दिन पहले पैदा हुई बच्ची और पत्नी के साथ हॉस्पिटल से घर लौट रहा था, तभी दोनों ने उसको रोक लिया था। रिजवान का आरोप है कि दोनों ने उससे दो लाख की रंगदारी मांगी थी, जिसे देने से मना करने पर


दोनों की उससे कहासुनी हुई थी। जिसमें दोनों ने उसको रुपए न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी।


आरोप है कि मंगलवार को रिजवान साइट पर जाने के लिए घर से निकला था कि घर से कुछ दूरी पर रफाकत, वसीम, शमीम और शेरू कंजा घात लगाए बैठे थे। उन लोगों ने उसको देखते ही रोक लिया। आरोप है कि रफाकत और


शमीम ने उससे दोबारा रंगदारी देने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया। इस पर शमीम और रफाकत भड़क गए। उन लोगों ने रिजवान को मारने के लिए पिस्टल निकाल ली। वो उनको धक्का देकर पैदल रोड की ओर भागा तो उन


लोगों ने खुली पिस्टल लेकर उसको दौड़ा लिया। उन लोगों ने उसको मारने के लिए पिस्टल से ताबड़तोड़ फायर किए, जिससे इलाके में हड़कम्प मच गया।


रिजवान के पैर की ऐड़ी में गोली लगी है। रिजवान की कहानी के मुताबिक हमलावरों ने उसे दौड़ाकर गोली मारी है। सवाल है कि अगर कोई किसी को दौड़ाकर गोली मारेगा तो गोली उसके पीठ, कंधा, कमर और पैर में


घुटने के नीचे लगेगी, यहां पर गोली पैर की ऐड़ी के ऊपरी हिस्से में लगी है। इससे घटना संदिग्ध प्रतीत हो रही है। वहीं, हमलावरों के करीबी लोगों ने रिजवान पर खुद गोली मारने का आरोप लगाया है। उनका


कहना है कि रिजवान एक मकान को खाली कराने की फिराक में है।


-रिजवान को जरायम की दुनिया में रिजवान आईजी कहा जाता है। इसकी शातिर अपराधियों से लेकर पुलिस महकमे में तगड़ी पैठ है। प्रॉपर्टी के काम में जुड़ने से इसको रिजवान बिल्डर भी कहा जाता है। सोर्सेज


के मुताबिक यह विवादित प्रॉपर्टी का काम करता है। साथ ही यह खुद भी छोटे अपार्टमेंट बनवा रहा है।


-रफाकत को हिस्ट्रीशीटर जमशेद जरायम की दुनिया में लाया था। जमशेद के एनकाउंटर के बाद इसी ने गैंग की कमान संभाल ली थी। अब यह पिल्ला गैंग का सरगना है। यह गैंग अवैध असलहे, जुआं, सट्टा और मादक


पदार्थ की तस्करी के गोरखधंधे से जुड़ा है। इस गैंग को कानपुर के अंडरव‌र्ल्ड में बनी मूवी 'बाबर' में दिखाया गया है। यह गैंग बाबर के अगेंस्ट था। यह रंगदारी भी वसूलता है।


-शमीम, रफाकत का चेला है, लेकिन इसने अपना गैंग खड़ा कर लिया है। जरायम की दुनिया में खच्चर नाम से उसका गैंग जाना जाता है। इस गैंग पहले तार चोरी, वाहन चोरी और राहजनी करता था, लेकिन अब यह गैंग


मादक तस्करी के गोरखधंधे से भी जुड़ गया है।


- शेरू कंजा खच्चर गैंग से जुड़ा है। यह पहले तार कटर गैंग के साथ चलता था, लेकिन अब यह खच्चर गैंग के गुर्गो के साथ चोरी की वारदातें कर रहा है। साथ ही यह रफाकत के लिए भी काम करता है।


- वसीम गम्मू खां हाते में रहता है। ये शमीम का रिश्तेदार और खास गुर्गा है। अगर शमीम कहीं बाहर होता है तो वसीम ही गैंग की कमान संभालता है।