
टेस्ट में सबने दिखाया इंटरेस्ट
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-स्टूडेंट्स ने पूरे उत्साह के साथ दिया इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट -जागरण प्रकाश लिमिटेड की ओर से आयोजित टेस्ट में सिटी के सभी लीडिंग स्कूल्स के स्टूडेंट्स हुए अपीयर -पेरेंट्स व टीचर्स में भी
दिखी टेस्ट के लिए क्यूरियॉसिटी -स्टूडेंट्स ने पूरे उत्साह के साथ दिया इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट -जागरण प्रकाश लिमिटेड की ओर से आयोजित टेस्ट में सिटी के सभी लीडिंग स्कूल्स के स्टूडेंट्स हुए
अपीयर -पेरेंट्स व टीचर्स में भी दिखी टेस्ट के लिए क्यूरियॉसिटी VARANASI: [email protected] VARANASI: हर स्टूडेंट जैसे-जैसे बड़ा होता है वैसे-वैसे उसको अपने कॅरियर की चिंता सताने लगती है।
किस फील्ड में कॅरियर बनाना बेहतर होगा इसकी परख के लिए स्टूडेंट्स कितने सीरियस हैं इसकी झलक इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में देखने को मिली। गुरुवार को जागरण प्रकाशन लिमिटेड की ओर से इस खास टेस्ट
का आयोजन सिटी के लीडिंग स्कूल्स और आजमगढ़, मऊ, जौनपुर और भदोही में बने सेंटर्स पर किया गया। सभी स्कूल्स सहित ओपेन सेंटर्स पर 5135 स्टूडेंट्स ने इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट दिया। इसमें क्लास 6 से
12 तक के स्टूडेंट्स शामिल हुए। जोश से रहे लबरेज इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट को लेकर स्टूडेंट्स ही नहीं बल्कि टीचर्स और पेरेंट्स में भी गजब का जोश व उत्साह देखने को मिला। टेस्ट से पहले सभी में
ये क्यूरियॉसिटी रही कि आखिर किस तरह के क्वेश्चंस पूछे जाएंगे। भला क्वेश्चंस से कैसे आईक्यू लेवल को चेक किया जाएगा। वहीं स्टूडेंट्स में इस बात को लेकर उत्साह रहा कि उन्हें इस टेस्ट के थ्रू
अपना गोल डिसाइड करने में मदद मिलेगी। इस टेस्ट को कंडक्ट कराने के लिए सभी लीडिंग स्कूल्स सहित ऑनलाइन व ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालों के लिए ओपेन सेंटर्स बनाया गया था। इसमें डालिम्स सनबीम
स्कूल ग्रुप, जागरण पब्लिक स्कूल, उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल, सेंट मेरीज स्कूल, इंटरनेशनल हिंदू स्कूल, सीएचएस गर्ल्स स्कूल, ग्लोरियस एकेडमी, लिटिल फ्लावर हाउस,
इम्पिरियल पब्लिक स्कूल, आइडियल पब्लिक स्कूल, ज्ञानदीप एकेडमी, सेंट जार्ज प्रेप्रटरी स्कूल, होली चिल्ड्रेंस स्कूल, आदित्य नारायण पब्लिक स्कूल, एसओएस हरमन माइनर स्कूल, महाबोधि इंटर कॉलेज,
कामाख्या कान्वेंट स्कूल, ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल, आईसीबी पब्लिक स्कूल, नवनिता कुंवर पब्लिक स्कूल, हैप्पी मॉडल स्कूल सहित आजमगढ़, जौनपुर, मऊ व भदोही के स्कूल मेन रहे। ----------------- दूसरे
साल भी बना खास आज हर स्टूडेंट और उनके पेरेंट्स की ये इच्छा होती है कि उनके बच्चे के लिए कौन सा कॅरियर बेहतर होगा। यही बताने के लिए कॅरियर काउंसलर्स हजारों रुपये फीस वसूलते हैं। -हमारे देश
में स्टूडेंट्स के आईक्यू और एप्टीट्यूड के लिए जो टेस्ट पेपर अवेलेबल हैं उनमें से अधिकतर फॉरेन कंपनियों ने डिजाइन किया है। जबकि हमारे देश में पहले से अवेलेबल टेस्ट बहुत कारगर नहीं है। -आईआईटी
क्लास 6 से 12 तक के किसी भी बच्चे के आईक्यू व इंटरेस्ट की एनॉलसिस करने में पूर्णतया सक्षम है। खास बात यह कि इस टेस्ट में एक साथ कई आयामों की स्टडी पॉसिबल है जबकि पहले इसके लिए अलग-अलग टेस्ट
देना पड़ता था। -आईआईटी इंडियन रिफरेंस को ध्यान में रखते हुए डेवलप किया गया है। ----------------------- इस टेस्ट के हैं कई फायदे -आईआईटी से ये पता चल जाएगा कि बच्चे का इंटरेस्ट किस फील्ड में
है। -इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में शामिल बच्चों को अपना इंटेलीजेंस लेवल आसानी से पता चल जाएगा। -इस टेस्ट के थ्रू इंटरेस्ट का भी आकलन होगा। जिससे ये पता चल जाएगा कि बच्चे में कितनी क्षमता है।
-इस टेस्ट के रिजल्ट से खुद बच्चे और उनके पेरेंट्स को ये डिसाइड करने में हेल्प मिलेगी कि उन्होंने जो कॅरियर ऑप्शन या गोल डिसाइड किया है वो उनके लिए सही है या नहीं। -टेस्ट से ये डिसाइड करने
में भी मदद मिलेगी कि बच्चे के लिए और कॅरियर ऑप्शन क्या-क्या हो सकते हैं? ----------------- फिर मिलेगा चांस इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में यदि इस बार किसी कारण से आप पार्टिसिपेट नहीं कर पाए हैं
तो टेंशन लेने की कोई बात नहीं, क्योंकि ये टेस्ट दोबारा भी आयोजित किया जाएगा। इसकी डेट बाद में डिक्लेयर की जाएगी। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हर स्टूडेंट जैसे-जैसे बड़ा होता है वैसे-वैसे
उसको अपने कॅरियर की चिंता सताने लगती है। किस फील्ड में कॅरियर बनाना बेहतर होगा इसकी परख के लिए स्टूडेंट्स कितने सीरियस हैं इसकी झलक इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में देखने को मिली। गुरुवार को
जागरण प्रकाशन लिमिटेड की ओर से इस खास टेस्ट का आयोजन सिटी के लीडिंग स्कूल्स और आजमगढ़, मऊ, जौनपुर और भदोही में बने सेंटर्स पर किया गया। सभी स्कूल्स सहित ओपेन सेंटर्स पर भ्क्फ्भ् स्टूडेंट्स
ने इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट दिया। इसमें क्लास म् से क्ख् तक के स्टूडेंट्स शामिल हुए। जोश से रहे लबरेज इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट को लेकर स्टूडेंट्स ही नहीं बल्कि टीचर्स और पेरेंट्स में भी गजब का
जोश व उत्साह देखने को मिला। टेस्ट से पहले सभी में ये क्यूरियॉसिटी रही कि आखिर किस तरह के क्वेश्चंस पूछे जाएंगे। भला क्वेश्चंस से कैसे आईक्यू लेवल को चेक किया जाएगा। वहीं स्टूडेंट्स में इस
बात को लेकर उत्साह रहा कि उन्हें इस टेस्ट के थ्रू अपना गोल डिसाइड करने में मदद मिलेगी। इस टेस्ट को कंडक्ट कराने के लिए सभी लीडिंग स्कूल्स सहित ऑनलाइन व ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालों के लिए
ओपेन सेंटर्स बनाया गया था। इसमें डालिम्स सनबीम स्कूल ग्रुप, जागरण पब्लिक स्कूल, उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल, सेंट मेरीज स्कूल, इंटरनेशनल हिंदू स्कूल, सीएचएस गर्ल्स
स्कूल, ग्लोरियस एकेडमी, लिटिल फ्लावर हाउस, इम्पिरियल पब्लिक स्कूल, आइडियल पब्लिक स्कूल, ज्ञानदीप एकेडमी, सेंट जार्ज प्रेप्रटरी स्कूल, होली चिल्ड्रेंस स्कूल, आदित्य नारायण पब्लिक स्कूल, एसओएस
हरमन माइनर स्कूल, महाबोधि इंटर कॉलेज, कामाख्या कान्वेंट स्कूल, ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल, आईसीबी पब्लिक स्कूल, नवनिता कुंवर पब्लिक स्कूल, हैप्पी मॉडल स्कूल सहित आजमगढ़, जौनपुर, मऊ व भदोही के
स्कूल मेन रहे। ----------------- दूसरे साल भी बना खास आज हर स्टूडेंट और उनके पेरेंट्स की ये इच्छा होती है कि उनके बच्चे के लिए कौन सा कॅरियर बेहतर होगा। यही बताने के लिए कॅरियर काउंसलर्स
हजारों रुपये फीस वसूलते हैं। -हमारे देश में स्टूडेंट्स के आईक्यू और एप्टीट्यूड के लिए जो टेस्ट पेपर अवेलेबल हैं उनमें से अधिकतर फॉरेन कंपनियों ने डिजाइन किया है। जबकि हमारे देश में पहले से
अवेलेबल टेस्ट बहुत कारगर नहीं है। -आईआईटी क्लास म् से क्ख् तक के किसी भी बच्चे के आईक्यू व इंटरेस्ट की एनॉलसिस करने में पूर्णतया सक्षम है। खास बात यह कि इस टेस्ट में एक साथ कई आयामों की
स्टडी पॉसिबल है जबकि पहले इसके लिए अलग-अलग टेस्ट देना पड़ता था। -आईआईटी इंडियन रिफरेंस को ध्यान में रखते हुए डेवलप किया गया है। ----------------------- इस टेस्ट के हैं कई फायदे -आईआईटी से ये
पता चल जाएगा कि बच्चे का इंटरेस्ट किस फील्ड में है। -इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में शामिल बच्चों को अपना इंटेलीजेंस लेवल आसानी से पता चल जाएगा। -इस टेस्ट के थ्रू इंटरेस्ट का भी आकलन होगा।
जिससे ये पता चल जाएगा कि बच्चे में कितनी क्षमता है। -इस टेस्ट के रिजल्ट से खुद बच्चे और उनके पेरेंट्स को ये डिसाइड करने में हेल्प मिलेगी कि उन्होंने जो कॅरियर ऑप्शन या गोल डिसाइड किया है वो
उनके लिए सही है या नहीं। -टेस्ट से ये डिसाइड करने में भी मदद मिलेगी कि बच्चे के लिए और कॅरियर ऑप्शन क्या-क्या हो सकते हैं? ----------------- फिर मिलेगा चांस इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में यदि
इस बार किसी कारण से आप पार्टिसिपेट नहीं कर पाए हैं तो टेंशन लेने की कोई बात नहीं, क्योंकि ये टेस्ट दोबारा भी आयोजित किया जाएगा। इसकी डेट बाद में डिक्लेयर की जाएगी। इस बारे में अधिक जानकारी
के लिए indianintelligencetest.com indianintelligencetest.com पर भी जानकारी ली जा सकती है। ---------------- इन्होंने किया हेल्प आईआईटी के इंपार्टेट को देखते हुए कई बड़ी कंपनियों और गु्रप्स ने
इसे कंडक्ट कराने में भरपूर सहयोग दिया। इसमें सिग्रिड एजुकेशन, स्वाइप, एवन सायकिल का हेल्प रहा। इसके अलावा डालिम्स सनबीम स्कूल ग्रुप की असिस्टेंट डायरेक्टर मोनिका सारस्वत व डालिम्स सनबीम
स्कूल, रोहनिया के प्रिंसिपल वीके मिश्रा ने भी सहयोग किया। ---------------- पेरेंट्स में भी दिखा उत्साह स्कूल्स ने इस टेस्ट को अपनी सुविधा के अनुसार कंडक्ट कराया। जहां स्टूडेंट्स की भीड़ अधिक
रही वहां पहले जूनियर क्लासेस और फिर सीनियर क्लासेस का टेस्ट दो शिफ्ट में कराया गया जबकि ज्यादातर स्कूल्स ने एक शिफ्ट में पेपर कराया। इस टेस्ट को दिलाने के लिए सेंटर्स पर पेरेंट्स भी पहुंचे
थे। इनमें भी टेस्ट को लेकर खूब उत्साह दिखा। पेपर के बाद हर किसी में अपने बच्चे से यही पूछता दिखा कि कैसा पेपर था? पूरा किया या छोड़ दिया। ढ्ढढ्ढञ्ज के लिए हुए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन
रजिस्ट्रेशन-- क्,फ्7ख् ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन--म्7भ् स्कूल्स में हुए रजिस्ट्रेशन- ख्,म्फ्भ् सबसे बेस्ट रहा यह टेस्ट क्ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्गफ्ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ:
उत्सुकता उमंग और फ्यूचर की सोच के साथ गुरूवार को इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में हजारों स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया। आइये जानते हैं टेस्ट देने के बाद स्टूडेंट्स की प्रतिक्रिया कैसी रही। बहुत
एक्साइटेड था यह टेस्ट देने के लिए। टेस्ट के बाद क्वेश्वन की महत्ता समझ में आई। अक्षिता द्विवेदी, स्टूडेंट डालिम्स, रामकटोरा फर्स्ट टाइम आईआईटी टेस्ट दिया, बहुत कुछ जानकारियां टेस्ट देने के
बाद पता चलीं। सत्यप्रकाश स्टूडेंट डालिम्स, रामकटोरा दैनिक जागरण व आई नेक्स्ट को तहे दिल से शुक्रिया। हमारे यहां के बच्चों ने आईआईटी में पार्टिसिपेट किया। निशा शर्मा, टीचर डालिम्स, रामकटोरा
टेस्ट देने के बाद बहुत सी जानकारियां हुई। सुबह से ही टेस्ट देने के लिए काफी उत्साहित था। अपूर्वा, स्टूडेंट डालिम्स, सिगरा पहली बार टेस्ट दिया, हर तरह के क्वेश्चन की जानकारी हुई। आगे भी ऐसा
टेस्ट होना चाहिए। पियूष स्टूडेंट डालिम्स, सिगरा बच्चों ने बहुत उमंग से टेस्ट दिया। इस टेस्ट से बच्चों ने बहुत कुछ सीखा। ऐसे टेस्ट समय-समय पर होने चाहिए। डॉ। एपी गोंड, प्रिसिंपल डालिम्स,
सिगरा टेस्ट में बच्चों ने बहुत दिलचस्पी दिखाई। टेस्ट देने के बाद भी कई क्वेश्चन पर चर्चा करते रहे। बेनेडिक्टा सिस्टर सैंट मैरिज स्कूल हर क्वेश्चन जीके से जुड़ी रही। बहुत ही अच्छे तरीके से हर
क्वेश्चन को टच किया। ऐश्वर्या, स्टूडेंट सैंट मैरिज स्कूल मैंने टेस्ट के बाद हर क्वेश्चन को अपने फ्रेंड से शेयर किया। बहुत अच्छा लगा यह टेस्ट देकर। अनुभव, स्टूडेंट सैंट मैरिज स्कूल फर्स्ट
टाइम टेस्ट में पार्टिसिपेट किया। बहुत अच्छे से हर क्वेश्चन को टच किया। सूरज कुमार आईडियल पब्लिक स्कूल जीके से रिलेटेड क्वेश्चन ने बड़ी हेल्प की। अगले बार भी इस तरह की टेस्ट देना पसंद करूंगी।
अवंतिका, स्टूडेंट उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, शिवपुर टेस्ट में कुछ क्वेश्चंस ऐसे रहे जो बहुत घुमाये। हालांकि हर क्वेश्चन को सॉल्व करना बड़ा सुकून दे रहा था। बहुत अच्छा लगा यह टेस्ट देकर।
आदित्य कुमार सिंह स्टूडेंट उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, शिवपुर बच्चों ने बहुत उत्सुकता से आईआईटी में पार्टिसिपेट किया। जेपीएल ग्रुप को स्पेशली थैंक्स। बच्चों के कॅरियर में यह टेस्ट बहुत कारगर
साबित होगा। संगीता कुमार, प्रिंसिपल उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, शिवपुर जब से फॉर्म भरा था, तब से बड़ा एक्साइटेड था टेस्ट देने के लिए। फर्स्ट टाइम बहुत रोमांचित होते हुए टेस्ट दिया। यश कुमार,
स्टूडेंट इंटरनेशनल हिंदू स्कूल, नगवा फर्स्ट टाइम आईआईटी टेस्ट दिया, बहुत कुछ टेस्ट देने के बाद पता चल गया। ऐसा हर साल टेस्ट देना चाहिए। सिमरन श्रीवास्तव स्टूडेंट इंटरनेशनल हिंदू स्कूल,
नगवां दैनिक जागरण व आई नेक्स्ट को तहेदिल से शुक्रिया। हमारे यहां के बच्चों ने आईआईटी में पार्टिसिपेट किया। प्रो। सुमन मिश्रा चेयरमैन इंटरनेशनल हिंदू स्कूल, नगवां टेस्ट देने के बाद बहुत सी
जानकारियां हुई। सुबह से ही टेस्ट देने के लिए उत्साहित था। वैभव, स्टूडेंट इम्पीरियल पब्लिक स्कूल पहली बार टेस्ट दिया, हर तरह के क्वेश्चन की जानकारी हुई। आगे भी ऐसा टेस्ट होना चाहिए। निकिता
ओझा स्टूडेंट इम्पीरियल पब्लिक स्कूल बच्चों ने बहुत उमंग से टेस्ट दिया। इस टेस्ट से बच्चों ने बहुत कुछ सीखा। एसएन सिंह टीचर इम्पीरियल पब्लिक स्कूल टेस्ट में बच्चों ने बहुत दिलचस्पी दिखाई।
टेस्ट देने के बाद भी कई क्वेश्चन पर चर्चा करते रहे। स्पेशली थैंक्स ऑफ दैनिक जागरण एंड आई नेक्स्ट। रंजीत बनर्जी कोआर्डिनेटर डॉ। प्रसाद मेमोरियल स्कूल साकेत नगर हर क्वेश्चन हमारी जीके से जुड़ी
रही। बहुत अच्छे तरीके से हर क्वेश्चन को टच किया। सुभोजित मुखर्जी स्टूडेंट डॉ। प्रसाद मेमोरियल स्कूल साकेत नगर मैने टेस्ट के बाद हर क्वेश्चन को अपने पापा-मम्मी से शेयर की। बहुत अच्छा लगा यह
टेस्ट देकर। सताक्षी स्टूडेंट डॉ। प्रसाद मेमोरियल स्कूल साकेत नगर फर्स्ट टाइम टेस्ट में पार्टिसिपेट किया। बहुत अच्छे से हर क्वेश्चन को टच किया। आयुष स्टूडेंट ग्लोरियस एकेडमी लंका जीके से
रिलेटेड क्वेश्चन ने बड़ी हेल्प की। हालांकि हर क्वेश्वन को हल करना बड़ा आसान रहा। उत्कर्ष, स्टूडेंट ग्लोरियस एकेडमी लंका टेस्ट में कुछ क्वेश्चन ऐसे रहे जो दिमागी कसरत कराये। लेकिन बहुत मजा
आया टेस्ट देने में। सौम्या गुप्ता स्टूडेंट ग्लोरियस एकेडमी लंका इस टेस्ट में चार सौ से अधिक बच्चों ने पार्टिसिपेट किया। जेपीएल ग्रुप को स्पेशली थैंक्स। इस तरह के टेस्ट बच्चों के फ्यूचर में
बहुत सहायक होते हैं। जीसी त्रिपाठी चेयरमैन ग्लोरियस एकेडमी लंका टेस्ट को लेकर बच्चों में गजब का उत्साह था। टेस्ट देने के बाद भी बाहर तक बच्चे अपने-अपने क्वेश्वन पर चर्चा करते रहे। विनोद
कुमार द्विवेदी टीचर ग्लोरियस एकेडमी लंका एक सप्ताह पहले से ही टेस्ट को लेकर काफी एक्साइटेड था। बहुत अच्छा लगा टेस्ट में पार्टिसिपेट करके। सिद्धांत स्टूडेंट लिटिल फ्लॉवर स्कूल, ककरमत्ता
बच्चों ने बहुत उत्साहित होते हुए टेस्ट में पार्टिसिपेट किया। छोटे बड़े सभी क्लासेज के स्टूडेंट्स ने टेस्ट में पार्टिसिपेट किया। मधुमिता टीचर लिटिल फ्लावर स्कूल, ककरमत्ता मैने हर क्वेश्चन को
टच किया। अलग-अलग सब्जेक्ट के क्वेश्वन को सॉल्व करना बड़ा रोमांचित लगा। दिशा कुमारी, स्टूडेंट लिटिल फ्लावर स्कूल, ककरमत्ता टेस्ट देने के बाद बहुत से क्वेश्चन को समझा। हर क्वेश्चन को हल करना
अपने आप में बहुत अच्छा लगा। वरुण कुमार सिंह स्टूडेंट लिटिल फ्लावर स्कूल, ककरमत्ता मैने हर क्वेश्वन को सॉल्व किया। फर्स्ट टाइम टेस्ट देकर बहुत अच्छा लगा। श्रेष्ठा कुमारी स्टूडेंट लिटिल
फ्लावर स्कूल, ककरमत्ता