
तो पटरी के वजन में खेल से डिरेल हुई मूरी
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BY: INEXTLIVE | Updated Date: Fri, 12 Jun 2015 07:01:58 (IST) - खुफिया टीम की जांच में प्रतिमीटर 90 की जगह 52 किलो मिला पटरियों का वजन KAUSHAMBI (10 June,JNN): मूरी एक्सप्रेस हादसे की चल रही
जांच के बीच इंटेलीजेंस ¨वग(आइबी) ने पटरियों के वजन पर सवालिया निशान लगाकर रेलवे में हड़कंप मचा दिया है। पांच दिन पहले पूरी टीम के साथ जांच को आई आइबी ने रेल पटरियों के वजन से संबंधित कई
विंदुओं पर पड़ताल की। आइबी का मानना है कि हादसे के पहले रेल पटरी का प्रति मीटर वजन भ्ख् किलो था, जबकि इसे 90 किलो प्रतिमीटर होना चाहिए था। हादसे के बाद क्षतिग्रस्त पटरियों के अलावा
दुर्घटनास्थल क्षेत्र की कई पटरियों को बदला गया है। बदली गई पटरियों का भी आइबी ने मुआयना किया है। मूरी एक्सप्रेस हादसे में साजिश की एक बड़ी आशंका के बीच इंटेलीजेंस ¨वग के अफसर एक और बड़ा
खुलासा कर सकते हैं। ख्भ् मई को डिरेल हुई थी मूरी बीते ख्भ् मई को सिराथू-अथसराय स्टेशन के बीच मूरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी। म् जून को आइबी के अधिकारियों की टीम दुर्घटनास्थल क्षेत्र का
मौका-मुआयना करने गई थी। टीम में आइबी के कई बड़े अधिकारी भी शामिल थे। जांच के दौरान की-मैन रामप्रसाद के अलावा रेलवे के कर्मचारियों से पूछताछ के बाद आइबी का सारा फोकस रेल पटरियों का वजन
भांपने पर था। आइबी को आशंका है कि हादसे के पहले दुर्घटना स्थल में जो रेल पटरियां लगी थीं, उनका वजन कम था। हादसे के पहले लगी पटरियों व हादसे के बाद नई लगाई गई पटरियों का वजन आइबी ने मापा है।
प्रतिमीटर वजन में बड़ा अंतर मिला है। हादसे के पहले रेल पटरी का वजन प्रतिमीटर भ्ख् किलो था, जबकि हादसे के बाद नई पटरी लगी हैं, उनका वजन प्रतिमीटर 90 किलो है। आइबी ने इसे गंभीरता से लिया है।
ऐसे कैसे हुआ? और क्यों हुआ? इसकी भी जांच शुरू कर दी गई है। आइबी की निशाने पर रेलवे के कई बडे़ अधिकारी हैं। जिनकी गतिविधियों पर बारीकी से निगाह रखी जा रही है। फर्जी पासपोर्ट वाले नेता पर भी
निगाह रेल हादसे के बाद आइबी पूरामुफ्ती से धूमनगंज तक सक्रिय एक दूधिए की गतिविधियों को खंगाल रही है। यह दूधिया फारच्यूनर से चलता है। इस दूधिए का संपर्क परास गांव से है। दूधिए की जांच चल ही
रही थी कि आइबी ने परास गांव के एक ऐसे नेता की जांच शुरू कर दी, जो अक्सर विदेश आता जाता रहता है। इस नेता का पासपोर्ट फर्जी बताया जा रहा है। परास गांव के इस नेता के फर्जी पासपोर्ट की जांच सैनी
कोतवाली में तैनात दारोगा शिवगो¨वद मौर्य प्रकरण की जांच कर रहे हैं। दारोगा शिवगो¨वद मौर्य ने बताया कि जांच की जा रही है। अभी आरोपी का पासपोर्ट नहीं मिला है, जल्द ही संबंधित दस्तावेज जुटाकर
सच्चाई का पता लगाया जाएगा। यदि पासपोर्ट फर्जी मिला तो कार्रवाई भी की जाएगी।