अमिताभ बच्चन का 25 फीसदी लिवर ही करता है काम, टीबी सहित इन गंभीर बीमारियों को दे चुके हैं मात

अमिताभ बच्चन का 25 फीसदी लिवर ही करता है काम, टीबी सहित इन गंभीर बीमारियों को दे चुके हैं मात


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बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उनका इलाज मुंबई के नानावती अस्पताल में चल रहा है। अमिताभ बच्चन अपने अन्य बीमारियों के चेकअप के लिए भी इस अस्पताल में बराबर आते


रहते हैं। वे कई गंभीर बीमारियों से जूझ चुके हैं। और कइयों को मात भी दे चुके हैं। गौरतलब है कि अमिताभ बच्चन का 75 फीसदी लिवर काम नहीं करता है। हेपेटाइटिस-बी के कारण उनका लिवर खराब हो गया है।


साल 1983 में फिल्म कुली के सेट पर अमिताभ बच्चन जख्मी हो गए थे। अंदरूनी ब्लीडिंग के कारण उनके शरीर में खून की कमी हो गई थी। उस वक्त 200 डोनर्स ने खून दिए थे। इसी में एक व्यक्ति हेपेटाइटिस-बी


संक्रमित भी था जिसका खून  लापरवाही के कारण मिक्स हो गया था। इसी वजह से अमिताभ बच्चन भी इस बीमारी के जद में आ गए थे। अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि हेपेटाइटिस-बी वायरस के इफेक्शन


ने उनके लिवर पर क्या असर डाला है? यह बात उन्हें करीब 18 साल बाद तब पता चली, जब उन्होंने रूटीन चेकअप कराया। कुली की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन को लगी चोट काफी गहरी थी। हेपेटाइटिस की वजह से


उनको पेट संबंधी कई समस्याएं आ गई थीं। इन्हीं में से एक बीमारी डाइवर्टिक्युलाइटिस ऑफ स्मॉल इंटेस्टाइन थी। इसके साथ ही वे मायस्थेनिया ग्रेविस नामक बीमारी से ग्रसित हो गए थे। डाइवर्टिक्युलाइटिस


ऑफ स्मॉल इंटेस्टाइनयह ने उनके पाचनतंत्र को खराब कर दिया था। इसे ठीक करने के लिए अमिताभ को सर्जरी भी करवानी पड़ी थी। टीबी के भी हुए थे शिकार अमिताभ बच्चन साल 2000 में टीबी के शिकार हो गए थे।


हालांकि इलाज और दवाइयों के सहारे वे इस बीमारी को मात देने में कामयाब रहे है। एक इंटरव्यू में अमिताभ बच्चन ने कहा था कि अगर यह बीमारी उन्हें हो सकती है तो किसी को भी हो सकती है। उन्होंने इस


बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए कहा था कि अगर वे दवाई बराबर लेते रहे तो वह आराम से ठीक हो सकते हैं। [embedded content] अस्थमा से जूझ रहे अमिताभ बच्चन  अमिताभ बच्चन को अस्थमा की भी बीमारी है।


इसके साथ ही उनकी आंखों में भी समस्या आ गई है। तीन महीने पहले ही अमिताभ बच्चन ने इस बात की जानकारी दी थी कि उनकी आंख में भी धुंधलापन बढ़ रहा है।