तैमूर तो पक्का एक्टर बनेंगे और इब्राहिम…सैफ अली खान ने बताया- किस प्रोफेशन को चुनेंगे उनके बेटे

तैमूर तो पक्का एक्टर बनेंगे और इब्राहिम…सैफ अली खान ने बताया- किस प्रोफेशन को चुनेंगे उनके बेटे


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बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान ने एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में कहा है कि वो चाहते हैं कि उनके दोनों बेटे तैमूर और इब्राहिम परिवार के पदचिन्हों पर चलते हुए फिल्म इंडस्ट्री ज्वाइन करें। दरअसल हाल ही


में सैफ अली खान और जैकलीन फर्नांडिस फेमस सोशल मीडिया पर्सनैलिटी और एक्ट्रेस अमांडा सर्नी के पॉडकास्ट में शामिल हुए थे।


इस दौरान जैकलिन फर्नांडीस ने भी सैफ से तैमूर को लेकर सवाल पूछा तो सैफ ने कहा, ‘मेरी बहन, मेरी पत्नी, मेरी पूर्व पत्नी सभी ने फिल्मों में काम किया है। मेरी बेटी भी फिल्मों में काम कर रही है,


मेरा बड़ा बेटा भी एक्टर बनना चाहता है। तैमूर भी जरूर एक्टर बनेगा वो तो पहले ही हमें एंटरटेन कर रहा है।


यह पहला मौका नहीं है जब सैफ ने बच्चों के बॉलीवुड में आने के बात कही हो। कुछ दिन पहले स्पॉटब्वॉय को दिए एक इंटरव्यू में सैफ अली खान ने कहा था, ‘इब्राहिम एक्टिंग और फिल्मों में आने के लिए


तैयार है। मैं चाहता हूं मेरे सारे बच्चे इसी प्रोफेशन में आए। यह एक अच्छा प्रोफेशन है। एक्टिंग ने मुझे सेल्फ डिस्ट्रक्शन से बचाया है।


मां शर्मिला टैगोर से है बेहद प्रभावित हैं सैफ: धर्मशाला में रिकॉर्ड हुए इस पॉडकास्ट में अमांडा सर्नी ने सैफ अली खान से कला की दुनिया से उनके परिवार के जुड़ाव के बारे में पूछा तो उन्होंने


अमांडा सर्नी को बताया उनकी मां शर्मिला टैगोर रविंद्र नाथ टैगोर के परिवार से हैं, जिस परिवार में आर्टिस्ट और पेंटर रहे हैं।


उन्होंने पॉडकास्ट में बताया मेरी मां 16 वर्ष की उम्र से फिल्मों में काम कर रही हैं। उन्होंने सत्यजीत रे की लगभग 5 से 6 फिल्मों में उनके साथ काम किया है।‌ वो मेरे लिए आदर्श हैं ‌और मुझे लगता


है मेरी कला की खास महिला प्रतिनिधित्व हैं।


ऑटोबायोग्राफी नहीं लिखना चाहते सैफ: इस पॉडकास्ट में सैफ ने बताया कि वो ऑटोबायोग्राफी लिखने के लिए काफी उत्साहित थे लेकिन अब वो ऑटोबायोग्राफी नहीं लिखना चाहते हैं। सैफ ने अमांडा सर्नी से कहा


कि मैं लोगों की गालियां सुनने के लिए तैयार नहीं हूं क्योंकि जिस ईमानदारी और बेबाकी से मैं अपनी किताब में लिखूंगा उसके लिए लोग मेरी आलोचना करेंगे।


राहुल गांधी ने कहा कि जिला अध्यक्ष यहां आए हैं, और आपमें से कुछ लोग होंगे जो पूरी ताकत से कांग्रेस पार्टी के लिए काम करते हैं और कुछ लोग होंगे जो थोड़े थके हुए हैं या जिनका मूड ठीक नहीं है,


जो बहुत ज्यादा तनाव ले रहे हैं। अब हमें रेस के घोड़े और बारात के घोड़े को अलग करना पड़ेगा।