
कोरोना वैक्सीन पर राहुल गांधी ने रखे चार सवाल, बोले- पीएम मोदी देश को दें इनके जवाब
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI
Play all audios:

कोरोना वायरस का प्रकोप खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्र तथा राज्य की सरकारें लगातार यह कह रही हैं कि वो इस वायरस से निपटने के लिए हर मुमकिन कोशिशें कर रही हैं। इस बीच कांग्रेस नेता
राहुल गांधी कोरोना को लेकर 4 सवाल उठाए हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि वो देश को इन सवालों का जवाब दें। राहुल गांधी ने यह 4 सवाल प्रधानमंत्री से पूछे हैं- 1. कोविड-19
वैक्सीन बनाने वाली सभी कंपनियों में से भारत सरकार ने किसे और क्यों चुना है? 2. वैक्सीन किसे सबसे पहले दिया जाएगा और इसे लगाने की रणनीति क्या होगी? 3. लोगों को मुफ्त में यह वैक्सीन उपलब्ध हो
सके, क्या इसके लिए पीएम केयर फंड का इस्तेमाल किया जाएगा? 4. कब तक सभी भारतीयों को यह वैक्सीन मिल जाएगा? राहुल गांधी ने यह सवाल अपने ट्विटर अकाउंट पर डाले हैं। इन सवालों को पूछते हुए उन्होंने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि पीएम को देश को इन सवालों का जवाब जरुर देना चाहिए। इधर आपको बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इससे पहले मीडिया को जानकारी दी है कि साल
2021 के शुरुआती तीन महीनों में देश को कोरोना वैक्सीन मिलेगी। दुनिया में कुल 250 वैक्सीन बन रही है। इनमें से 30 भारत की तरफ देख रहे हैं जबकि भारत में 5 वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है।
जब केंद्रीय मंत्री से पूछा गया कि कोरोना की वैक्सीन किसे सबसे पहले लगाई जाएगी? तब इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि वैक्सीन सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हेल्थ वर्क्स का डेटा तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा फ्रंट लाइन वर्क्स, पुलिस, पैरामिलिट्री, वैसे लोग जो सैनिटाइजेशन के काम में शामिल हैं और जो लोग 65 साल के अधिक के उम्र के
हैं उन्हें यह वैक्सीन पहले लगाई जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण में उन लोगों को यह वैक्सीन दी जाएगी जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा है और जो Comorbidity के मरीज हैं। आपको बता दें कि भारत में ब्रिटिश
कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वैक्सीन का परीक्षण चल रहा है। इसके साथ ही भारत की आठ कंपनियां कोरोना वैक्सीन के विकास में लगी हुई हैं। इनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया
और भारत बायोटेक भी शामिल है। भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन आईसीएमआर के साथ विकसित की जा रही है।