शीना बोरा मामला : खन्ना और राय को रायगढ़ के जंगल में ले गई पुलिस

शीना बोरा मामला : खन्ना और राय को रायगढ़ के जंगल में ले गई पुलिस


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शीना बोरा मामले में पुलिस ने उस सूटकेस को जब्त कर लिया है, जिसे कथित तौर पर उसके भाई के शव को पैक करने के लिए रखा गया था। वहीं पुलिस इस मामले के मुख्य आरोपी संजीव खन्ना और चालक को रायगढ़ के


जंगल में ले जाया गया, ताकि अपराध के दृश्य को रचा जा सके। हालांकि अधिकारी जांच में प्रगति को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं खबरों में कहा गया है कि इंद्राणी और उसके पूर्व पति संजीव खन्ना दो


साल पहले शीना की हत्या के कातिल के बारे में बार-बार विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। इस मामके की जांच में उस वक्त नया मोड़ आ गया जब शीना के भाई मिखाइल ने दावा किया कि उसकी मां इंद्राणी 23 अप्रैल


2012 को उसकी भी हत्या करना चाहती थी। इंद्राणी ने उसे नशीला पेय पिलाया था। मिखाइल किसी तरह वहां से बच निकला। उसी दिन शीना की कथित तौर पर इंद्राणी और खन्ना ने चालक श्याम राय की मदद से हत्या कर


दी थी। ये तीनों लोग शव को लेकर गए और इसका अगले दिन रायगढ़ जिले में पेन तहसील में उसका निबटारा कर दिया। मिखाइल से शनिवार को बांद्रा के एक होटल में पुलिस ने पूछताछ की थी। इंद्राणी और पीटर


मुखर्जी के मुंबई में वर्ली इलाका स्थित आवासीय परिसर से सूटकेस का जब्त होना संभवत: अपनी मां की योजना (उसकी हत्या करने की) के बारे में और उसके शव के टुकड़ों को पैक करने के मिखाइल के दावे को


मजबूत करता है लेकिन इस सिद्धांत की पुलिस ने पुष्टि नहीं की है। पुलिस रविवार को संजीव खन्ना को खार पुलिस थाना ले गई। बाद में उसे और चालक राय को पेन तहसील के जंगल ले जाया गया। इंद्राणी, खन्ना


और राय को सोमवार को एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस द्वारा उनकी हिरासत की अवधि बढ़ाने की मांग कर सकती है। शनिवार को यहां लगातार पूछताछ के दौरान इंद्राणी और संजीव ने अपराध के लिए एक


दूसरे पर आरोप मढ़ा था। इंद्राणी ने खन्ना पर हत्या करने और उसे अपराध में घसीटने का आरोप लगाया। हालांकि खन्ना ने कहा कि उसने सिर्फ इंद्राणी की सहायता की जिसने उसे वित्तीय मदद करने का वादा किया


था। इस बीच, शीना बोरा को कथित रूप से दफनाए जाने वाली जगह खोजने में मुंबई पुलिस की मदद करने वाले रायगढ़ जिले के एक ग्राम अधिकारी ने रविवार को कहा कि जब उसने 2012 में पहली बार शव देखा था तो यह


बिना मांस वाला केवल कंकाल था। हेतेवने गांव के गणेश धेने ने कहा, ‘यह केवल कंकाल था। मांस बिल्कुल नहीं था। स्थानीय सरकारी डॉक्टर इसे पोस्टमार्टम के लिए ले गए। इसके बाद उसे दफनाया गया।’ यह


पूछे जाने पर कि उन्हें कंकाल के बारे में कैसे पता चला, धेने ने कहा, ‘मैं आम लेने गया था। शव सूटकेस में नहीं था। आसपास का क्षेत्र जला हुआ था।’ एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इंद्राणी और मिखाइल


बोरा के बालों और खून के नमूनों को कलीना स्थित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है। इसकी रिपोर्ट अगले कुछ दिन में आ सकती है। तीन साल पहले उसका अधजला शव मिलने के बाद भी पुलिस ने हत्या या


दुर्घटना में मौत का मामला दर्ज नहीं किया था। इसे लेकर पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। समझा जाता है कि यह अधजला शव शीना का था। जांच रायगढ़ जिले की पेन तहसील से मिले मानव कंकाल की


फारेंसिक जांच पर केंद्रित हैं। पुलिस ने यह भी माना कि 23 मई 2012 को पहली बार शव मिलने के बाद अपेक्षित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया था। जिला मुख्यालय अलीबाग में रायगढ़ के वर्तमान पुलिस


अधीक्षक सुवेज हक ने संवाददाताओं को बताया, ‘जब रायगढ़ पुलिस ने 2012 में बरामद कंकाल मुंबई के जेजे अस्पताल भेजा तो न अपराध की रिपोर्ट दर्ज की गई और न ही दुर्घटनावश मौत होने की।’ एक समय मीडिया


में रसूख रखने वाली इंद्राणी मुखर्जी की बेटी शीना की 2012 में कथित रूप से हत्या की गई थी। उसके शव को रायगढ़ जिले में ठिकाने लगाया गया था। लेकिन यह घटना हाल ही में सामने आई। जेजे पुलिस थाने ने


शुक्रवार को खार पुलिस को कुछ हड्डियां सौंपी जो उसे 2012 में रायगढ़ पुलिस से मिली थीं। मुंबई पुलिस के आयुक्त राकेश मारिया के मुताबिक खन्ना ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।


आरोपियों से पूछताछ करने वालों में मारिया भी शामिल हैं। पुलिस ने शुक्रवार को इंद्राणी के पति और स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी से भी संक्षिप्त पूछताछ की थी। पुलिस ने पीटर मुखर्जी के


बेटे राहुल मुखर्जी से पूर्व में पूछताछ की थी जिसके शीना से कथित तौर पर संबंध थे। इंद्राणी इसे पसंद नहीं करती थी। * मिखाइल से पूछताछ के बाद पुलिस ने बरामद किया सूटकेस * इंद्राणी-मिखाइल के बाल


और खून के नमूने जांच के लिए भेजे