रेप पीड़िता की मौत पर पटना में कांग्रेस का प्रदर्शन; pmch में बेड नहीं मिलने से इलाज में हुई थी देरी

रेप पीड़िता की मौत पर पटना में कांग्रेस का प्रदर्शन; pmch में बेड नहीं मिलने से इलाज में हुई थी देरी


Play all audios:


Hindi NewsBihar NewsCongress protests in Patna over the death of rape victim treatment was delayed due to non availability of beds in PMC पीएमसीएच में रेप पीड़िता की मौत के विरोध में


कांग्रेस ने पटना में प्रदर्शन किया। नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान पुलिसकर्मियों से धक्कामुक्की भी हुई। आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। पीएमसीएच में बेड नहीं मिलने से


इलाज में देरी का आरोप है। sandeep लाइव हिन्दुस्तान, पटनाMon, 2 June 2025 04:25 PM Share Follow Us on __ मुजफ्फरपुर की रेप पीड़ित की पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके विरोध में


सोमवार को युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानू चिब के नेतृत्व में हल्ला बोल मार्च निकाला। कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम से निकले मार्च को राजापुर पुल के पास पुलिस ने बैरिकेटिंग


कर रोका। पुलिस के साथ कांग्रेस नेताओं की नोंकझोंक भी हुई। कोतवाली पुलिस ने आधा दर्जन कांग्रेसी नेताओं कार्यकर्ताओं को थाना पर रखा। मार्च में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावारू और


प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम भी शामिल थे। कांग्रेस ने बच्ची की मौत के लिए राज्य सरकार और प्रशासन को जमकर कोसा। दलित बेटी को न्याय दो, नीतीश का सुशासन जैसे पोस्टर लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़कों


को उतरे। इस बीच उदय भानू चिब ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पटना की सड़कों पर मैं और मेरे साथियों ने इस अन्याय के खिलाफ सड़कों से सत्ता को झकझोरा। अब हर युवा, हर दलित, हर बेटी इस


कुशासन काल के खिलाफ़ हल्ला बोलेगा। ये भी पढ़ें:मुजफ्फरपुर की रेप पीड़िता की पीएमसीएच में मौत, कांग्रेस ने किया हंगामा ये भी पढ़ें:मुजफ्फरपुर में गर्लफ्रेंड से मिलने गए हिस्ट्रीशीटर को कमरे में


गोलियों से भूना ये भी पढ़ें:मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल पर 5 लाख का जुर्माना, उपभोक्ता आयोग का फैसला आपको बता दें मुजफ्फरपुर की रेप पीड़ित की पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। नौ वर्षीय बच्ची


पीएमसीएच के गायनी वार्ड के आईसीयू में भर्ती थी। शनिवार दोपहर को बच्ची एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर से रेफर होकर पीएमसीएच लाई गई थी। उस समय उसकी स्थिति काफी गंभीर थी। पीएमसीएच में बेड नहीं मिलने से


इलाज में देरी के आरोप लगे थे। वहीं अधीक्षक डॉक्टर आईएस ठाकुर ने बताया कि बच्ची एसकेएमसीएच में 26 मई को ही भर्ती हुई थी। वहां उसका इलाज चल रहा था, जब हालत ज्यादा बिगड़ गई तब उसे शनिवार को


पीएमसीएच में रेफर किया गया। इस स्थिति में डॉक्टरों की लाख कोशिश के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। वहीं परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया है।