
बच्चों के सर्वांगीण विकास का सारथी है तारापुर का पारामाउण्ट एकेडमी
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI
Play all audios:

1992 में कुछ शिक्षाविदों के द्वारा पारामाउण्ट एकेडमी की नींव रखी गई। जिसमें मुख्य भूमिका श्री महेश कुमार सिंह, श्री सुबोध कुमार गुप्ता एवं परिमल किशोर झा की थी। Brand PostSat, 31 May 2025
06:11 PM Share Follow Us on 1992 में कुछ शिक्षाविदों के द्वारा पारामाउण्ट एकेडमी की नींव रखी गई। जिसमें मुख्य भूमिका श्री महेश कुमार सिंह, श्री सुबोध कुमार गुप्ता एवं परिमल किशोर झा की थी।
पारामाउण्ट एकेडमी के स्थापन के बाद विद्यालय संचालन समिति में वेदवानंद झा, नरेंद्र कुमार सिंह जुड़े और पांचों व्यक्तियों के द्वारा विद्यालय संचालित किया जाने लगा। पांचो व्यक्तियों के एकजुट और
संघर्ष के कारण आज विद्यालय अनुमंडल ही नहीं जिला स्तर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुआ। शिक्षा का विस्तार एवं प्रसार के बाद विद्यालय अपने लंबे कदमों से आगे बढ़ ही रहा था कि बीते वर्ष 2020
में 28 अप्रैल को विद्यालय के कर्मठ एवं समर्पित सचिव सुबोध कुमार गुप्ता का आकस्मिक निधन हो गया। इनके निधन से स्कूल को बहुत बड़ी क्षति हुई। स्व. गुप्ता के बदले उनकी पत्नी कुमारी अनुराधा को
समिति का सदस्य बनाया गया। विद्यालय पुनः आगे बढ़ ही रहा था कि वर्ष 2022 में विद्यालय के संचालन समिति के प्रमुख सदस्यों में प्रबंध निदेशक बेदानंद झा पारामाउंट लोक कल्याण समिति के अध्यक्ष
नरेंद्र कुमार सिंह ने अपनी स्वेच्छा से सेवा समाप्ति की घोषणा कर दी। प्रबंध समिति के पुनर्गठन के उपरांत आलोक कुमार झा पिता बेदानंद झा एवं श्वेता मंजरी पिता नरेंद्र कुमार सिंह को इस समिति में
शामिल किये गये। वर्तमान में इन पांच सदस्यों की कमेटी अपने लगन एवं उचित देखरेख में विद्यालय को सही दिशा प्रदान कर रहे हैं। 1. दृढ़ इच्छा शक्ति और सकारात्मक सामूहिक संघर्ष का प्रतिफल शिक्षा का
अलख जगाता तारापुर अनुमंडल का गौरव पारामाउंट एकेडमी बच्चों के सर्वांगीण विकास का कुशल सारथी है। यहां के बच्चे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सफलता की नई गाथा लिखते जा रहे हैं। 2. इस
गौरवशाली विद्यालय की स्थापना तारापुर और उसके आसपास रहने वाले श्री महेश कुमार सिंह श्री परिमल किशोर झा श्री सुबोध कुमार गुप्ता द्वारा वर्ष 1992 में किया गया था। फिर उसमें श्री वेदानंद झा और
श्री नरेंद्र कुमार सिंह जी जुड़ गए। इनके प्रबल सामूहिक इच्छा शक्ति लगन और कठिन परिश्रम के बदौलत यह विद्यालय उत्तरोत्तर विकास करता गया और कुछ ही समय में तारापुर अनुमंडल का सर्वाधिक लोकप्रिय
विद्यालय के रूप में अपना पहचान स्थापित कर लिया है। 3. किराए के एक छोटे से तंग मकान में पारामाउंट एकेडमी की शुरुआत हुई जो आज एक भव्य और लोकप्रिय विद्यालय के रूप में स्थापित है। उन्नत शिक्षक
की प्राथमिकता के साथ एक्सेलेंस वर्क्यु और डिसिप्लिन (श्रेष्ठ, सद्गुण एवं अनुशासन) को अपना उद्देश्य मानते हुए यह विद्यालय मुंगेर जिले के एक श्रेष्ठ विद्यालय के रूप में अपना पहचान बना पाने में
सफल हुआ है। यहां उन्नत शिक्षा के साथ नैतिकता और अनुशासन की सीख तो दी ही जाती है। साथ ही कला संस्कृति खेलकूद और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में उक्त विद्यालय के बच्चे अपने प्रतिभा का परचम लहरा
रहे हैं। विद्यालय से उत्तीर्ण बहुत से बच्चे आज डाक्टर इंजीनियर, बैंकर, प्रबंधक प्रशासनिक सेवा आदि के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं। 4. विद्यालय में 12वीं तक की पढ़ाई की सीबीएसई ने दी है
मान्यता पारामाउंट एकेडमी में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त 12वीं तक की कक्षा संचालित होने से अभिभावकों की परेशानी दूर हुई। जिसका श्रेय प्रबंधन के पदाधिकारी और सदस्यों को जाता है। सीबीएसई द्वारा
वर्ष 2013 में दसवीं कक्षा तक की मान्यता दी गई। वर्ष 2016 में 12वीं तक की पढ़ाई की मान्यता सीबीएसई से मिलने के बाद इसी वर्ष केंद्र में एनआईओएस की स्वीकृति मिली। जबकि आईएसओ 9001-2015 प्रमाणित
विद्यालय में इस विद्यालय को सूचीबद्ध किया गया है। 5. खेलकूद, कला और संस्कृति का पक्षधर रहा है यह विद्यालय हमारा विद्यालय न केवल अकादमिक उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है, बल्कि खेलकूद, कला और
संस्कृति के क्षेत्र में भी इसकी पहचान विशिष्ट रही है। यहां विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के साथ-साथ सह पाठ्यक्रम गतिविधियों में भाग लेने के भरपूर अवसर दिए जाते हैं, जिससे उनका सर्वांगीण विकास
सुनिश्चित होता है। खेल प्रतियोगिताओं में हमारे विद्यालय ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अनेक पुरस्कार प्राप्त किए हैं। विद्यालय की खेल नीति विद्यार्थियों में टीम भावना, अनुशासन और आत्मविश्वास
को प्रोत्साहित करती है। इसी प्रकार, नृत्य, संगीत, नाटक और चित्रकला जैसी सांस्कृतिक गतिविधियों में भी विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रहती है। वार्षिकोत्सव, कला प्रदर्शनी और सांस्कृतिक
समारोह हमारे विद्यालय की विशेषताएं है। यह विद्यालय विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने, उनके व्यक्तित्व को संवारने और उन्हें एक संतुलित नागरिक बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही
कारण है कि यह विद्यालय खेलकूद, कला और संस्कृति का सशक्त पक्षधर बना हुआ है। 6. विद्यालय के दक्ष शिक्षकों के बूते नए प्रतिमान गढ़ रहा है पारामाउण्ट विद्यालय में शैक्षणिक व्यवस्था और क्वालिटी
एडुकेशन में शिक्षकों का अहम योगदान है। साइंस और आर्ट्स के विभिन्न विषयों के प्रशिक्षित और दक्ष शिक्षकों के भरोसे छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को संवारा जा रहा है। तभी तो इन संकाय के विभिन्न
विषयों की पढ़ाई में होनहार बच्चों का परीक्षा परिणाम अन्य बच्चों में प्रेरणा जगाता रहा है। इसके अलावे संगीत शिक्षक और कला शिक्षक की मेहनत भी बच्चों के सर्वांगीण विकास में अहम कड़ी साबित हो
रहा है और विद्यालय नित्य नए प्रतिमान गढ़ने की ओर अग्रसर है। 7. वर्तमान में पारामाउंट लोक कल्याण समिति अध्यक्ष श्री आलोक कुमार झा एवं सचिव श्री महेश कुमार सिंह हैं। उक्त समिति द्वारा विद्यालय
के सफल संचालन के लिए पांच सदस्यों में महेश कुमार सिंह संस्थापक सह निदेशक सह सचिव पारामाउण्ट लोक कल्याण समिति, आलोक कुमार झा अध्यक्ष पारामाउण्ट लोक कल्याण समिति, कुमारी अनुराधा स्कूल मैनेजर,
श्वेता मंजरी प्रबंध निदेशिका, परिमल किशोर झा, संस्थापक सह वरिष्ठ सदस्य, पद को सुशोभित कर रहे हैं। पता- तारापुर, मुंगेर संपर्क सूत्र- 7739761061, 8809847948, 9835555701 (अस्वीकरण : इस लेख
में किए गए दावों की सत्यता की पूरी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति/ संस्थान की है)