'सेना से बात किए बिना सीजफायर', cm सुक्खू का केंद्र पर बड़ा आरोप; दिया इंदिरा गांधी का उदाहरण

'सेना से बात किए बिना सीजफायर', cm सुक्खू का केंद्र पर बड़ा आरोप; दिया इंदिरा गांधी का उदाहरण


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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। सुक्खू का आरोप है कि केंद्र सरकार ने तीनों सेनाओं से बात किए बिना सीजफायर का ऐलान कर


दिया। इस दौरान सुक्खू ने इंदिरा गांधी की भी याद दिलाई। Mohammad Azam लाइव हिन्दुस्तान, शिमलाSat, 31 May 2025 10:35 AM Share Follow Us on __ हाल ही में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी


ठिकानों पर हमला कर उसे नेस्तनाबूत कर दिया था। भारतीय सेना के हमले के बाद पाकिस्तान की तरफ से जवाबी हमला भी हुआ। हालांकि, 2-3 दिन चले इस हमले और जवाबी हमले के बाद सीजफायर हो गया। अब सीजफायर


को लेकर हिमाचल प्रदेस के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सवाल खड़ा किया है। सुक्खू ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने तीनों सेनाओं से बात किए बिना ही


सीजफायर की घोषणा कर दी। इस दौरान सुक्खू ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर करने की घोषणा पर भी सवाल खड़े किए। इंदिरा गांधी की दिलाई याद सुक्खू ने केंद्र की नरेंद्र मोदी


सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने बिना तीनों सेनाओं को विश्वास में लिए ही सीजफायर की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात तो यह है कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की


घोषणा किसी तीसरे देश ने सोशल मीडिया के माध्यम से की। इस दौरान सीएम सुक्खू ने 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को लेकर इंदिरा गांधी की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला


इंदिरा गांधी के निर्णायक नेतृत्व के बिल्कुल खिलाफ है, क्योंकि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा से कभी समझौता नहीं किया। 1971 के युद्ध में भारत की सफलता को याद करते हुए सीएम सुक्खू ने कहा कि उस


युद्ध का परिणाम ऐतिहासिक था,क्योंकि भारत ने पाकिस्तान को दो टुकड़ों में बांट दिया था। इस दौरान सुक्खू ने शिमला समझौते की भी याद दिलाई। शिमला समझौता भारत-पाकिस्तान के बीच साइन की हुई एक संधि


है, जिसमें शांति को प्राथमिकता दी गई है। 1971 के युद्ध के बाद हुई इस संधि में भारत और पाकिस्तान के बीच शांति और बातचीत को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। सुक्खू के अलावा कांग्रेस नेता और सांसद


अजय माकन ने भी इस मामले पर अपनी राय रखी। अजय माकन ने कहा कि साल 2008, 2011, 2013 और 2014 में उनकी सरकार के दौरान पाकिस्तान पर कई सर्जिकल स्ट्राइक की गई और पाकिस्तान को सबक सिखाया गया, लेकिन


उनकी पार्टी ने कभी इसका राजनीतिकरण नहीं किया। माकन ने कहा कि इन सभी सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय भारतीय सेना को जाता है। उन्होंने कहा भारत के सैनिक देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर देते हैं।


इसलिए इस स्ट्राइक का श्रेय उन जवानों को दिया जाना चाहिए।