
ट्रंप को मारने की धमकी भेजकर निर्दोष को फंसाया, बेहद खतरनाक थी प्लानिंग
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI
Play all audios:

अमेरिका में एक शख्स ने ट्रंप को धमकी भरा खत लिखा और उसमें किसी और का नाम लिख लिया। आरोपी की प्लानिंग बहुत खतरनाक थी। पुलिस ने साजिश को बेनकाब कर दिया है। Gaurav Kala पीटीआईTue, 3 June 2025
06:12 PM Share Follow Us on __ अमेरिका के विस्कॉन्सिन स्टेट में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की झूठी धमकी वाला खत भेजा, लेकिन
असली खेल ये था कि वो खत किसी और के नाम से लिखा गया। आरोपी की प्लानिंग उसे फंसा कर अमेरिका से डिपोर्ट करवाने की थी, लेकिन उसकी योजना धरी की धरी रह गई। क्या है पूरा मामला? प्रोसीक्यूटर्स के
मुताबिक, आरोपी डेमेट्रिक डी स्कॉट ने रामोन मोरालेस रेयेस के नाम और पते का इस्तेमाल करते हुए एक धमकी भरा पत्र राष्ट्रपति ट्रंप के नाम भेजा। यह पत्र राज्य और संघीय अधिकारियों को भेजा गया। इसके
बाद 21 मई को मोरालेस रेयेस को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना के वक्त वह बच्चे को स्कूल छोड़ने गया था। होमलैंड सिक्योरिटी सचिव क्रिस्टी नोएम ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा था कि रेयेस ने
ट्रंप की हत्या की धमकी दी और "स्वेच्छा से मेक्सिको लौटने" की बात कही थी। लेकिन मामला तब पलटा जब जांचकर्ताओं ने मोरालेस रेयेस से पूछताछ की। उन्हें अंग्रेज़ी ठीक से नहीं आती। उनकी
लिखावट, भेजे गए पत्र की लिखावट से मेल नहीं खा रही थी। बाद में जेल में बंद स्कॉट की कॉल्स में साजिश का खुलासा हुआ। ये भी पढ़ें:क्या है पर्ल हार्बर केस, रूस पर यूक्रेनी ऑपरेशन स्पाइडरवेब से
क्यों हो रही तुलना ये भी पढ़ें:परमाणु हथियार बना लेगा ईरान? ट्रंप बोले- यूरेनियम संवर्धन की इजाजत नहीं देंगे ये भी पढ़ें:जो बाइडेन कब के मर गए, उनकी जगह रोबोट हैं… पूर्व राष्ट्रपति पर क्या बोल
गए ट्रंप ऐसे हुआ खुला मोरालेस रेयेस एक वॉशिंगटन स्थित होटल में डिशवॉशर का काम करते हैं। उनके तीन बच्चे हैं, जो अमेरिकी नागरिक हैं। उन्होंने हाल ही में U वीज़ा के लिए आवेदन किया था — यह उन
लोगों के लिए होता है जो अमेरिका में अवैध रूप से रहते हैं लेकिन किसी अपराध के शिकार होते हैं और सहयोग करते हैं। उनके वकीलों ने अब उन्हें हिरासत से रिहा करवाने और अमेरिका में रहने के लिए
कानूनी विकल्प तलाशने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।