कृषि अनुसंधान केंद्र चियांकी में कंबाइंड हार्वेस्टर मशीन का हुआ परीक्षण
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क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र चियांकी में रविवार को कंबाइंड हार्वेस्टर मशीन का परीक्षण किया गया। इस संबंध में प्रभारी महानिदेशक डॉ नजरुल सलाम ने बताया कि वर्ष 2022 तक सरकार किसानों की आय
बढ़ाने के... हिन्दुस्तान टीम पलामूSun, 22 April 2018 11:40 PM Share Follow Us on __ क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र चियांकी में रविवार को कंबाइंड हार्वेस्टर मशीन का परीक्षण किया गया। इस संबंध
में प्रभारी महानिदेशक डॉ नजरुल सलाम ने बताया कि वर्ष 2022 तक सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील है। उन्होंने ने बताया की कंबाइंड हार्वेस्टर मशीन से किसान कम समय और मेहनत में मशीन का
उपयोग कर के किसान अपनी आय दो गुणा बढ़ा सकते है। उन्होनें बताया की इस मशीन की लागत कम है और फायदा ज्यादा। मशीन एक घंटे में लगभग छह लीटर डीजल खपत कर दो से तीन एकड़ फसल की कटाई, मड़ाई एवं ओसाई
एक साथ करने में सक्षम है। यह मशीन डेढ़ से दो हज़ार रुपया प्रति एकड़ तक का लागत मूल्य की बचत करेगी। यह मशीन झारखंड से पहले पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व बिहार के कुछ जिलों में उपयोग किया जाता
था। मशीन के झारखंड राज्य में आने से कृषि क्रियाकलाप में तेजी आएगी। उन्होंने बताया कि आने वाले मौसम में इस मशीन के द्वारा धान की कटाई केलिए किशानों को भाड़े पर उपलब्ध कराने की योजना विभाग बनाई
है, इसके लिए किसान को अनुसंधान केंद्र से प्रशिक्षण लेना होगा। मौके पर अनुसंधान सहायक मनीष कुमार सिंह, नसरुद्दीन मिर्जा, इस्तखार आलम, श्रवण यादव, सिकंदर महतो, रामेश्वरम राम के अलावा सुआ
कौड़िया व चियांकी के किसान मौजूद थे।