राज्यसभा: जानिए क्यों उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मंत्रियों से कहा- कृपया 'विनती' न करें

राज्यसभा: जानिए क्यों उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मंत्रियों से कहा- कृपया 'विनती' न करें


Play all audios:


राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने आज मंत्रियों को फिर यह सुझाव दिया कि वे सरकारी दस्तावेजों को सदन के पटल पर रखते समय ''विनती" शब्द का प्रयोग न करें। उन्होंने कहा,


'कृपया विनती... एजेंसी नई दिल्लीFri, 29 Dec 2017 03:46 PM Share Follow Us on __ राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने आज मंत्रियों को फिर यह सुझाव दिया कि वे सरकारी दस्तावेजों को सदन


के पटल पर रखते समय ''विनती" शब्द का प्रयोग न करें। उन्होंने कहा, 'कृपया विनती मत करिए'। गौरतलब है कि मंत्री सदन के पटल पर सरकारी दस्तावेज रखते समय कहते हैं,


''मैं आज की कार्यसूची में मेरे नाम के समक्ष लिखे दस्तावेजों को सदन के पटल पर रखने की विनती करता हूं''। नायडू ने वर्तमान शीतकालीन सत्र शुरू होने के पहले ही दिन मंत्रियों


को ''विनती'' करने की साम्राज्यवादी सोच को छोड़ देने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था, मंत्री कह सकते हैं, ''मेरे नाम के समक्ष उल्लिखित दस्तावेज सदन के पटल पर रखने


के लिए मैं खड़ा हुआ हूं''। बहरहाल, आज जब विधि राज्य मंत्री पी पी चौधरी ने दस्तावेज रखते समय 'निवेदन शब्द का इस्तेमाल किया तो उन्होंने अपने सुझाव की याद दिलाई। नायडू ने चौधरी


से कहा, ''कृपया विनती मत करिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि जब पहले उन्होंने यह सुझाव दिया हो तो चौधरी सदन में उपस्थित नहीं रहे हों। बाद में जब चौधरी ने अन्य दस्तावेज


सदन के पटल पर रखे तो उन्होंने इस शब्द का प्रयोग नहीं किया।