2022 में उत्तराखंड की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी 'आप', अरविंद केजरीवाल ने किया ऐलान

2022 में उत्तराखंड की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी 'आप', अरविंद केजरीवाल ने किया ऐलान


Play all audios:


आम आदमी पार्टी (AAP) अब दिल्ली के बाद अन्य राज्यों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने में लगी है। 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को...


Praveen Sharma नई दिल्ली। लाइव हिन्दुस्तान टीम, Thu, 20 Aug 2020 12:57 PM Share Follow Us on __ आम आदमी पार्टी (AAP) अब दिल्ली के बाद अन्य राज्यों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने में लगी है।


'आप' के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को यह ऐलान किया है कि उत्तराखंड में फरवरी 2022 में जो विधानसभा चुनाव होंगे उसमें आम आदमी पार्टी उसमें


सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। केजरीवाल ने कहा कि हमने उत्तराखंड में सर्वे कराया था उसमें 62 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हमें उत्तराखंड में भी चुनाव लड़ना चाहिए, तब हमने यह तय किया कि आम आदमी पार्टी


(आप) उत्तराखंड में भी चुनाव लड़ेगी। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की तरह उत्तराखंड में रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य प्रमुख मुद्दे हैं।  उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों से अब


लोगों की उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं। AAP से ही लोगों की उम्मीद है और चुनाव उम्मीद पर ही लड़ा जाता है।  > दोनों पार्टियों(कांग्रेस > और बीजेपी) से लोगों की > उम्मीद खत्म हो चुकी है, 


AAP > से लोगों की उम्मीद है और > चुनाव उम्मीद पर लड़ा जाता > है। उत्तराखंड में फरवरी 2022 > में जो विधानसभा चुनाव > होंगे उसमें सभी सीटों पर > आम ​आदमी पार्टी चुनाव > 


लड़ेगी: दिल्ली के > मुख्यमंत्री अरविंद > केजरीवाल https://t.co/4CAdG1IHGn — ANI_HindiNews (@AHindinews) August 20, 2020 गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में एक बार फिर से प्रचंड


जीत हासिल करने वाले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में शिक्षा, चिकित्सा और मुफ्त बिजली-पानी जैसी योजनाओं के सहारे भाजपा और कांग्रेस को तीसरी बार शिकस्त देने में कामयाबी पाई थी।  बता दें कि दिल्ली


विधानसभा चुनाव में एक बार फिर आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर बंपर जीत हासिल की थी। वहीं भाजपा के खाते में केवल 08 सीटें आईं। आम आदमी पार्टी से पहले दिल्ली में 15 साल तक शासन करने


वाली कांग्रेस एक बार फिर अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी। कांग्रेस के 63 प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गईं।