भरभराकर गिरा मेरठ-पौड़ी हाईवे निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा, पांच मजदूर दबे

भरभराकर गिरा मेरठ-पौड़ी हाईवे निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा, पांच मजदूर दबे


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मेरठ-पौड़ी हाईवे निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया है। उसके मलबे में पांच मजदूर दब गए। किसी तरह उन्हें निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। रविवार को लेंटर डाला गया था, सोमवार को वहीं गिर


गया है। मेरठ-पौड़ी नेशनल हाईवे के बिजनौर बाईपास में मैरिटा स्कूल के पास सोमवार सुबह निर्माणाधीन अंडरपास के स्लैब का लेंटर भरभराकर गिर गया। हादसे में छह मजदूर भी घायल हुए हैं। पुल का लेंटर


गिरने की सूचना से हड़कंप मच गया, प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। स्लैब निर्माण की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर जांच बैठा दी गई। मामले में निर्माण कंपनी के प्रबंधक को


हिरासत में लिया गया है। वहीं डीएम ने मेडिकल अस्पताल पहुंचकर घायल मजदूरों का हाल जाना। डीएम के अनुसार दोष पाए जाने पर कंपनी ब्लैकलिस्टिड की जाएगी। बिजनौर में मेरठ-पौड़ी हाईवे पर मैरिटा स्कूल


के पास से बिजनौर बाईपास शुरू हो रहा है, जोकि निर्माणाधीन है। इस फोरलेन बाईपास में बिजनौर शहर को रास्ता देने के लिए एक अंडरपास निर्माधीन है। सोमवार सुबह करीब साढ़े छह बजे नवनिर्माणाधीन पुल का


एक हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया। लेंटर के मलबे में दबकर शहज़ाद, उमेर अली, मौहम्मद सानिब निवासी गांव जटवाड़ा थाना ककरौली जनपद मुजफ्फरनगर, फुरक़ान निवासी गांव सैदाबाद थाना हीमपुरा दीपा व चन्दन


सरोज निवासी जिला आजमगढ़ घायल हो गए। ये भी पढ़ें:दशहरा मेला के लिए कल से तीन दिन रूट डायवर्जन, पश्चिमी यूपी के यह जिले प्रभावित घायल मजदूरों को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से एक


मजूदर चंदनसरोज की हालत गंभीर होने के चलते हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने निर्माण में घटिया सामग्री लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। जिसके चलते ठेकेदार व


एनएचएआई के अधिकारियों से ग्रामीणों की नोकझोंक भी हुई। एसडीएम सदर अवनीश कुमार, नायब तहसीलदार मौ. फैसल ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर जांच बैठाई इस हादसे ने


निर्माण एजेंसियों और प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है। डीएम ने स्लैब निर्माण की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर जांच बैठा दी है। जबकि निर्माण कंपनी के प्रबंधक को हिरासत में


लिया गया है। सोमवार दोपहर को डीएम ने मेडिकल अस्पताल पहुंचकर घायल मजदूरों का हाल जाना, उन्होंने कहा कि अगर जांच में कंपनी का दोष पाया गया तो कंपनी ब्लैकलिस्टिड की जाएगी। दूर तक गई लेंटर गिरने


की आवाज पुल का लेंटर गिरने की तेज़ आवाज़ दूर तक सुनाई दी। जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ईदगाह के समीप लोगों मौ. अययूब, कादिर आदि ने सुबह के समय तेज आवाज सुनी। बताया जा रहा है कि वह आवाज पुल


के लेंटर गिरने की थी। ग्रामीणों ने किया हंगामा घटना का पता चलते ही घटना स्थल पर आस पास के गांव के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। समाजसेवी दीपक कुमार मंडल, सुशील चौधरी, प्रदीप अधिकारी, गोविंद


विश्वास, राजेश मंडल, दीपक भंजन, दीपक वाला, दिलीप अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर खूब हंगामा किया। ग्रामीणों का आरोप है कि हाईवे निर्माण कार्य में घटिया सामग्री लगाई जा रही है और ज़िम्मेदार आंखे


मूंदे हुए है। किसान नेता दिगम्बर सिंह ने रुकवाया मलबा हटाने का कार्य घटना की जानकारी होते ही भाकियू अ के नेता चौ.दिगंबर सिंह घटना स्थल पहुंच गए। आरोप है कि उस समय जेसीबी से साक्ष्य मिटाने की


कोशिश की जा रही थी, जिससे देखकर उन्होंने मलबा हटाने का काम बंद करा दिया और प्रशानिक अधिकारियों को सूचना दी। दिगंबर सिंह ने कहा कि घटना गंभीर है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। जब वे घटना


स्थल पर पहुंचे तो जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा था, जो सीधे तौर पर साक्ष्य मिटाने की कोशिश थी। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। घटना के कई घंटे बाद जागा प्रशासन सोमवर


सुबह करीब साढ़े छह निर्माणधीन पुल का लेंटर भरभराकर गिर गया था, जिसमें मजदूर दबने की आशंका थी। इसके बावजूद प्रशासन की नींद नहीं टूटी। किसान नेता दिगंबर सिंह के मौके पर पहुंचने के बाद प्रशासन


जागा। इसके बाद एसडीएम सदर अवनीश कुमार व नायब तहसीलदार मौ. फैसल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों के सामने ही ग्रामीणों ने एनएचएआई अधिकारियों व ठेकेदार पर गंभीर आरोप


लगाए।