Fire in indore: सोयाबीन छिलके की गोडाउन में आग, देर रात काबू पाया

Fire in indore: सोयाबीन छिलके की गोडाउन में आग, देर रात काबू पाया


Play all audios:


FIRE IN INDORE: रात में गोडाउन सहित तीन स्थानों पर आग लगने की सूचना। तेल में आग लगने से उसे बुझाना मुश्किल हो रहा था। By SAMEER DESHPANDE Edited By: SAMEER DESHPANDE Publish Date: Wed, 14


Apr 2021 05:28:11 PM (IST) Updated Date: Wed, 14 Apr 2021 05:28:11 PM (IST) इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Fire In Indore। एचडीए कंपाउंड के एक गोडाउन में मंगलवार देर रात भीषण आग लग गई। आग करीब


12:30 बजे लगी। आग लगने की सूचना लसूड़िया थाना पुलिस को मिली, यहां से फायर ब्रिगेड को सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग


गोडाउन में रखे सोयाबीन छिलकों में लगी थी, जिस कारण आसपास धुआं बहुत अधिक हो गया। धुआं इतना अधिक था कि रहवासियों में दहशत का माहौल हो गया था। छिलके में आग लगते ही बहुत तेजी से फैली और गोडाउन


में रखे तेल तक पहुंच गई। पुलिस के मुताबिक आशीष पुत्र भगवानदास गर्ग की विकास इंटरप्राइजेज के नाम से है। गोडाउन में सोयाबीन का तेल निकालने का काम होता है। तेल में आग लगने के कारण आग को बुझाना


मुश्किल हो रहा था। रहवासियों ने फायर ब्रिग्रेड को आग की सूचना दी। शुरुआत में छिलके में आग लगने की सूचना दी, फायर ब्रिगेड ने सामान्य आग समझी दो गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेकिन जब दमकल वहां


पहुंची तो आग भयानक रूप ले चुकी थी। इसके बाद और गाड़ियां बुलवाईं। आग बुझाने में करीब 60 हजार लीटर पानी (15 टेंकर) खर्च हुआ है। आग में लाखों का नुकसान होने की बात आ रही है। फायर बिग्रेड ने


पंचनामा बनाया है, आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है। फिलहाल शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। जांच के बाद ही आग लगने की सही जानकारी पता चल सकेगी। वहीं दूसरी आग की घटना परदेशीपुरा स्थित रेडिमेड


काम्पलेक्स में हुआ। फायर ब्रिगेड को रात में सूचना मिलने के बाद गाड़ियां पहुंची लेकिन तब तक आसपास के लोगों ने ही पानी से आग बुझा ली थी। तीसरी घटना डकाच्या स्थित काजी पलासिया में रहनेे वाले


सुरेश पुत्र चंपालाल चौधरी के मकान में आग लगने की हुई। रात में करीब 3 बजे आग की सूचना मिली। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाई। आग में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। केवल घर


का सामान ही चल सका है। आग लगी तब परिवार घर में सो रहा था, आग भभकी देखी तो परिवार बाहर भागा और सब की जान बच सकी।