Jabalpur crime news: बैंक मैनेजर बने जालसाज ने एल्गिन अस्पताल की नर्स को बातों में फंसाया, खाते से उड़ाए सात लाख

Jabalpur crime news: बैंक मैनेजर बने जालसाज ने एल्गिन अस्पताल की नर्स को बातों में फंसाया, खाते से उड़ाए सात लाख


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उसे अपनी बातों में फंसाया और करीब सात लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। By RAVINDRA SUHANE Edited By: RAVINDRA SUHANE Publish Date: Thu, 01 Apr 2021


11:11:50 AM (IST) Updated Date: Thu, 01 Apr 2021 11:47:03 AM (IST) जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बैंक अधिकारी बनकर जालसाज ने एल्गिन अस्पताल की महिला कर्मचारी से बात की। उसे अपनी बातों में


फंसाया और करीब सात लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है कि आइटीआइ निवासी मोनिका सरावगी एल्गिन अस्पताल में नर्स हैं। 28 मार्च की सुबह उनके


मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। उसने स्वयं को भारतीय स्टेट बैंक का अधिकारी बताया। मोनिका को भरोसे में लेने के लिए उसने अपना एम्पलाई कोड बताया। दरअसल, मोनिका ने बैंक से पर्सनल लोन ले रखा


था। लोन का डेढ़ लाख रुपये का चेक अटका हुआ था। जिसे क्लीयर करने के लिए उसने मोनिका से बैंक संबंधी जानकारी हासिल कर ली। मोनिका ने उसे गोपनीय पासवर्ड तक बता दिया, जिसके बाद उसके खाते से सात


लाख रुपये निकल गए। मोनिका ने 19 मार्च को अपने मोबाइल पर योनो एप डाउनलोड किया था। नर्स के साथ हुई ठगी के मामले में बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका का पता लगाया जा रहा है। दरअसल,


ठगी से कुछ दिन पहले पीड़ित नर्स बैंक गई थी। चेक क्लियर करने के लिए उसने अधिकारियों से मिन्नत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अलबत्ता उसे घंटों परेशान करने के बाद योनो एप की जानकारी दी गई।


बैंक अधिकारियों के कहने पर ही उसने अपने मोबाइल फोन पर यह ऐप डाउनलोड किया जो उसके लिए ठगी का कारण बनी। ठगी करने वाले सायबर अपराधी को यह पता चल चुका था की महिला ने किस कार्य के लिए योनो ऐप


डाउनलोड किया है। उसी काम के संबंध में पूछताछ करते हुए उसने उसे भरोसे में लिया और सात लाख रुपये ठग लिए। किराना दुकान संचालक से इंटरनेट बैंकिंग के नाम पर ठगी: जोधपुर तिलवारा निवासी किराना


दुकान संचालक महेंद्र साहू ठगी का शिकार हो गए। दो ग्राहकों ने इंटरनेट बैंकिंग के नाम पर उन्हें आठ हजार रुपये का चूना लगा दिया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस साइबर ठगों की तलाश में जुट गई


है। हालांकि व्यापारी की शिकायत पर एफआइआर नहीं हो पाई है। व्यापारी ने बताया कि दोनों ठग उसकी दुकान पहुंचे थे। उन्होंने बैंक बंद होने की जानकारी देकर आठ हजार रुपये नकद मांगे। उन्होंने कहा कि


इसके बदले वह इंटरनेट बैंकिंग से आठ हजार व्यापारी के खाते में भेज देंगे। उनकी मदद करने के इरादे से व्यापारी ने आठ हजार रुपये दे दिए जिसके बाद उन्होंने क्यूआर कोड के जरिए व्यापारी को इंटरनेट


बैंकिंग से आठ हजार भेजने का मैसेज दिखाया और बिना देर किए वहां से चले गए। व्यापारी ने जब जांच की तो उसके खाते में रकम पहुँची ही नहीं थी।