लखनऊ के डेवलपमेंट में दिखेगी सिंगापुर मलेशिया की झलक

लखनऊ के डेवलपमेंट में दिखेगी सिंगापुर मलेशिया की झलक


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BY: INEXTLIVE | Updated Date: Wed, 09 Dec 2015 07:41:19 (IST) - ग्रीनरी के साथ हाई राइज बिल्डिंग्स को मिलेगा बढ़ावा - इंटीग्रेटेड टाउनशिप में सेंटर पर बड़े पार्क का निर्माण होगा जरूरी


LUCKNOW: फ्यूचर में होने वाले राजधानी के डेवलपमेंट में सिंगापुर व मलेशिया की झलक साफ दिखेगी। यहां विकसित होने वाली टाउनशिप में ग्रीनरी को बढ़ावा मिलेगा और मलेशियन स्ट्रीट लाइटें, सॉलिड वेस्ट


मैनेजमेंट और सीवरेज की बेहतर व्यवस्था होगी। फ्यूचर में विकसित होने वाली टाउनशिप में 15 परसेंट एरिया में पार्क या ग्रीनरी जरूरी होगी। कचरा प्रबंधन और सीवरेज की बेहतर व्यवस्था दिखेंगी।


हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट के सेक्रेटरी पंधारी यादव के नेतृत्व में सात सदस्यी दल के साथ मलेशिया और सिंगापुर के दौरे से लौटने के बाद एलडीए वीसी सत्येंद्र सिंह ने मंगलवार को ये जानकारी दी।


तकनीक और ग्रीनरी को बढ़ावा एलडीए वीसी सत्येंद्र सिंह ने बताया कि सिंगापुर और मलेशिया में लैंड का अधिकतम उपयोग किया गया है। साथ ही ग्रीनरी यानी पर्यावरण का भी पूरा ख्याल रखा गया है। बताया कि


प्रबंधनगर, गोमतीनगर विस्तार और मोहान रोड की प्रस्तावित योजना में मलेशिया व सिंगापुर की तकनीकि से विकसित की जाएंगी। टाउनशिप में पार्क में प्राकृतिक पानी के स्त्रोत तैयार किए जायेंगे और


ग्रीनरी का पूरा ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि सिंगापुर और मलेशिया में टाउनशिप के बीच में बड़े पार्क बनाए गए हैं जिनमें प्रवेश भी नि:शुल्क है। एलडीए की नई योजनाओं और फ्यूचर की


इंट्रीग्रेटेड टाउनशिप में इनका ख्याल रख जाएगा। 100 एकड़ में विकसित होने वाली टाउनशिप में सेंट्रल पार्क की व्यवस्था करनी होगी। प्रत्येक टाउनशिप को लाइसेंस देने से पहले यह निर्देश दिये जायेंगे


कि टाउनशिप का 15 प्रतिशत क्षेत्र हरियाली से परिपूर्ण होगा। सौर ऊर्जा का भी जोर सत्येंद्र ने बताया कि पार्क में हरियाली के साथ विद्युत ऊर्जा की जगह सौर ऊर्जा का इस्तेमाल सिंगापुर में हो रहा


है। वर्टिकल ग्रीनरी के साथ सोलर पैनल का भी यूज हो रहा है। मलेशिया के क्वालालमपुर में पाकर् ो में नि:शुल्क प्रवेश जनता के लिए है, ठीक वैसे ही यहां के पार्क में भी व्यवस्था विकसित करने की की


जायेगी। सिंगापुर में एलडीए की भांति अर्बन रिडेवलपमेंट अथॉरिटी है, जो डेवलपमेंट और मेंटीनेंस का काम देखती है। सिंगापुर की तरह पिक्चर गैलरी वीसी सिंह ने बताया कि सिंगापुर अर्बन रिडेवलपमेंट ने


शहर की पुराने इतिहास को पिक्चर गैलरी के माध्यम सहेजा गया है। उन्होंने बताया कि कभी सिंगापुर में भी अमीनाबाद, कैसरबाग जैसी गलियां और भीड़भाड़ वाले मार्केट थे। पिक्चर गैलरी में 1960 के


सिंगापुर को दर्शाया है। जहां आज के अमीनाबाद और लालबाग जैसी सामनताएं दिखी थी। भीड़भाड़, बेतरतीब गाडि़यां और फुटपाथ पर पटरी दुकानदारों को हुजूम देखा गया। सिंगापुर की पिक्चर गैलरी में वर्तमान


में विकसित सिटी क ो भी पिक्चरों से बताने की कोशिश की गयी है। बदल दी नदी की सूरत अधिकारियों ने बताया कि मलेशिया ने राजधानी क्वालालमपुर के साथ पुत्रजया को नयी राजधानी के तौर पर विकसित किया है


जहां पर सिर्फ सरकारी ऑफिस हैं। यहां पर एक पुरानी नदी थी जो पहले नाला बन गई थी, लेकिन अब नदी को चैनलाइज कर साफ सुथरे वॉटरबॉडी की शक्ल दे दी गई। इसके अलावा सिंगापुर के 165 मीटर ऊंचे सिंगापुर


फ्लायर का भी अवलोकन किया गया। सिर्फ 20 परसेंट कूड़ा ही होता है डंप मलेशिया की राजधानी क्वालालमपुर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का बेहतर इस्तेमाल किया गया है। अध्ययन के दौरान पता चला कि वहां पर


60 परसेंट कूड़े को रीसाइकिल कर लिया जाता है। शेष 20 परसेंट को जलाते हैं और 20 परसेंट को शहर से बहुत दूर डंप किया जाता है। सिंगापुर में सनवे टाउनशिप विकसित करने वाले मास्टर प्लानर हामिद की


सेवाएं ली जाएंगी। उन्हें लखनऊ इनवाइट किया जाएगा। सिंगापुर में नहीं बढ़ते वाहन सिंह ने बताया कि सिंगापुर में हाईराइज बिल्डिंग्स में काफी लोग रहते हैं फिर भी ट्रैफिक की कोई समस्या नहीं है।


वहां पर एक तय संख्या में ही कारों और कामर्शियल वाहनों को लाइसेंस मिलता है। नए लाइसेंस तभी जारी होते हैं जब पुराना किसी का एक्सपायर होता है। अब ज्वाइंट सेक्रेटरी ही करेंगे रजिस्ट्री एलडीए में


मंगलवार को फिर फर्जी रजिस्ट्री का प्रकरण सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक 4/86 विकल्पखंड, 3/33 विराट खंड, 4 /34 ए विकल्प खंड ओर 2/238 विराज खंड की रजिस्ट्री फर्जी तरीके से किए जाने की बात


सामने आई है। एलडीए सचिव श्रीश चंद्र वर्मा ने कहा फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया है। इसकी जांच की जाएगी तभी कुछ कह पाना संभव है। वीसी सत्येंद्र सिंह ने बताया कि फर्जी रजिस्ट्री के लिए अब


सिर्फ ज्वाइंट सेक्रेटरी ही रजिस्ट्री करेंगे। साथ ही प्लाट्स के मामलों में उन्हें स्वयं मौके पर जाकर साइन करने होंगे।