गुरु गोविंद सिंह जयंती पर मत्था टेका

गुरु गोविंद सिंह जयंती पर मत्था टेका


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BY: INEXTLIVE | Updated Date: Fri, 03 Jan 2020 05:45:13 (IST) - संतों ने भजन कीर्तन एवं गुरुवाणी का किया पाठ [email protected] PRAYAGRAJ: गुरु गोविंद सिंह महाराज का प्रकाशोत्सव गुरु सिंह


सभा की ओर से गुरुद्वारा साहिब में गुरुवार को मनाया गया। जिसमें कई प्रांतों से आए संतों ने भजन कीर्तन एवं गुरुवाणी का पाठ किया। सिख समुदाय के लोगों ने श्रद्धापूर्वक गुरु ग्रंथ साहिब के सामने


मत्था टेका। अखंड पाठ साहिब का हुआ समापन गुरुद्वारा साहिब में गुरुवार को गुरु गोविंद सिंह जयंती के उपलक्ष्य में पिछले कुछ दिनों से चल रहे अखंड पाठ साहिब की समाप्ति हुई। जिसके बाद आसा दी वार


का कीर्तन हुआ। कीर्तन के बाद व्याख्यान व अरदास हुआ। लंगर का आयोजन किया गया। जिसमें सभी धर्मो के लोगों ने बिना किसी भेदभाव के साथ बैठकर गुरु का लंगर ग्रहण किया। प्रयाग से जुड़ा है गुरु गोविंद


सिंह का अवतार कीर्तन और व्याख्यान के दौरान लोगों को बताया गया कि गुरु गोविंद सिंह महाराज का जन्म सन 1666 में गुरु तेग बहादुर जी के गृह माता गुजर कौर के गर्भ से पटना शहर में हुआ था। गुरु


गोविंद सिंह के अवतार का इतिहास प्रयाग से भी जुड़ा है। मां के गर्भ में गुरु गोविंद सिंह का प्रकाश प्रयाग में हुआ था। जिसका वर्णन गुरु जी ने अपनी वाणी विचित्र नाटक में किया है। 'जब ही


जाति त्रिवेणी भये, पुण्यदान दिन करत बितए, तहि प्रकाश हमरा भयो, पटना शहर विखै भव लयो'। भाई अमरजीत सिंह हजूरी रागी जत्था गुरु सिंह सभा व रागी भाई कवंर पाल सिंह देहरादून वाले एवं जत्था


ज्ञानी सुलखन सिंह चौधर गुरुदासपुर वाले ने संगतों को गुरबाणी श्रवण कराया। गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष सरदार जोगिंदर सिंह ने पूरी साध संगत के प्रति आभार प्रकट किया।