अडानी की इस कंपनी के पास ₹60000 से ज्यादा का ऑर्डर बुक, महाराष्ट्र से मिला है नया प्रोजेक्ट

अडानी की इस कंपनी के पास ₹60000 से ज्यादा का ऑर्डर बुक, महाराष्ट्र से मिला है नया प्रोजेक्ट


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अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड को मिला यह ऑर्डर अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट का है। इसके साथ ही कंपनी की ट्रांसमिशन ऑर्डर बुक अब 61,600 करोड़ रुपये की हो गई है। Deepak Kumar भाषाFri, 30


May 2025 09:59 PM Share Follow Us on __ ADANI ENERGY SOLUTION SHARE: गौतम अडानी समूह की कंपनी- अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) को महाराष्ट्र में 1,600 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला


है। यह ऑर्डर अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट का है। इसके साथ ही कंपनी की ट्रांसमिशन ऑर्डर बुक अब 61,600 करोड़ रुपये की हो गई है। ऑर्डर के बारे में महाराष्ट्र में 1,600 करोड़ रुपये की


अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन परियोजना में अन्य संबंधित ट्रांसमिशन इंफ्रा स्ट्रक्चर के अलावा 3,000 मेगा वोल्ट-एम्पीयर (एमवीए) सबस्टेशन क्षमता की स्थापना शामिल है। इससे अडानी एनर्जी का समग्र पारेषण


नेटवर्क 26,696 सर्किट किलोमीटर (सीकेएम) और 93,236 एमवीए परिवर्तन क्षमता तक पहुंच जाएगा। जनवरी 2028 तक परियोजना चालू किया जाएगा। कंपनी ने कहा कि उसने शुल्क आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी)


प्रणाली के तहत अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन सिस्टम (आईएसटीएस) के जरिये परियोजना हासिल की है। शेयर का हाल इस खबर के बीच अडानी एनर्जी के शेयर की कीमत में शुक्रवार को बड़ी गिरावट आई और कारोबार के


अंत में शेयर 867.65 रुपये पर बंद हुआ। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर की कीमत 1.53% की गिरावट के साथ बंद हुआ। ट्रेडिंग के दौरान शेयर का लो 861.30 रुपये पर था। अडानी पोर्ट्स ने किया बड़े फंड का


इंतजाम इस बीच, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने घरेलू बॉन्ड के जरिए 5,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह कंपनी का अबतक का सबसे बड़ा घरेलू बॉन्ड निर्गम है। एपीएसईजेड ने


कहा कि उसने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से 15 साल के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) के जरिए यह कोष जुटाया है। एनसीडी को 7.75 प्रतिशत सालाना की प्रतिस्पर्धी कूपन दर (ब्याज) पर जुटाया


गया। अडानी पोर्ट्स ने वित्त वर्ष 2029-30 तक एक अरब टन कार्गो रखरखाव का लक्ष्य रखा है, जो वित्त वर्ष 2024-25 के आंकड़े से दोगुना है। अपने बंदरगाह परिचालन से परे, कंपनी ने अपने लॉजिस्टिक और


समुद्री व्यवसायों का विस्तार करने की महत्वाकांक्षी योजनाएं भी बनाई हैं।