
Indvsnz odi: तस्वीरों में देखें न्यूजीलैंड की जीत
- Select a language for the TTS:
- Hindi Female
- Hindi Male
- Tamil Female
- Tamil Male
- Language selected: (auto detect) - HI
Play all audios:

कप्तान केन विलियमसन के शतक और लक्ष्य का पीछा करने में माहिर भारतीय बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के मिश्रण से न्यूजीलैंड ने दूसरे वनडे मैच में गुरुवार को छह रन से जीत दर्ज करके पांच मैचों की
सीरीज को... कप्तान केन विलियमसन के शतक और लक्ष्य का पीछा करने में माहिर भारतीय बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के मिश्रण से न्यूजीलैंड ने दूसरे वनडे मैच में गुरुवार को छह रन से जीत दर्ज करके पांच
मैचों की सीरीज को 1-1 से बराबर किया। विलियमसन ने 118 रन बनाए जो किसी कीवी कप्तान का भारत के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर है। उन्होंने अपनी पारी में 118 गेंदों का सामना किया तथा 14 चौके और एक छक्का
लगाया। विलियमसन ने इस बीच टॉम लैथम (46) के साथ दूसरे विकेट के लिए 120 रन की साझेदारी की। भारत ने हालांकि अंतिम दस ओवरों में शानदार वापसी करके केवल 40 रन दिए और इस बीच छह विकेट लिए। इस कारण
न्यूजीलैंड नौ विकेट पर 242 रन ही बना पाया। भारतीय बल्लेबाज शुरू से ही परिस्थितियों से सामंजस्य नहीं बिठा पाए। कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (39) और केदार जाधव (41) ने छठे विकेट के लिए 66 रन जोड़कर
उम्मीद जगाई जबकि हार्दिक पंडया की 32 गेंदों पर 36 रन की पारी ने दर्शकों में जोश भरा लेकिन आखिर में भारत 49.3 ओवर में 236 रन पर आउट हो गया। न्यूजीलैंड ने इससे पहले भारत को वनडे में उसकी
सरजमीं पर 2003 में कटक में हराया था। इस बीच उसने वनडे में भारत से उसकी धरती पर सात मैच गंवाये थे। यही नहीं वर्तमान दौरे में टेस्ट सीरीज 0-3 से गंवाने और धर्मशाला में पहले वनडे में करारी हार
के बाद कीवी टीम ने पहली जीत का स्वाद चखा। इसके साथ ही फिरोजशाह कोटला में भी भारत का पिछले 11 साल से किसी भी प्रारूप में चला आ रहा विजय अभियान थम गया। पंडया और उमेश यादव (नाबाद 18) ने भारत को
जीत के करीब पहुंचा दिया था। इन दोनों की विकेटों के बीच दौड़ देखने लायक थी जिससे उन्होंने कुछ अवसरों पर एक रन को दो में तब्दील किया। आखिरी दो ओवर में 16 रन चाहिए थे लेकिन पंडया हवा में शाट
खेलकर आउट हो गए और आखिरी ओवर में टिम साउथी (52 रन देकर तीन विकेट) ने जसप्रीत बुमराह का विकेट उखाड़ दिया। ट्रेंट बोल्ट और मार्टिन गुप्टिल ने भी दो-दो विकेट लिए। भारत ने टॉस जीतने के बाद शानदार
शुरुआत की थी। उमेश की दूसरी गेंद ही कातिल थी जिस पर दुनिया का कोई भी बल्लेबाज गच्चा खा जाता फिर मार्टिन गुप्टिल की क्या बिसात जो इस सीरीज में शुरू से रन बनाने के लिए तरस रहे हैं। गुडलेंथ पर
पिच कराई गई इस गेंद में तेजी, सटीकता, हल्की स्विंग सब कुछ था जिसने गुप्टिल का आफ स्टंप थर्रा दिया। गुप्टिल इस दौरे में टेस्ट और वनडे की कुल आठ पारियों में अभी तक 21.37 की औसत से 171 रन ही
बना पाए हैं। न्यूजीलैंड की पारी के दौरान भारत को वापसी दिलाने में तेज गेंदबाज बुमराह (35 रन देकर तीन) और लेग स्पिनर अमित मिश्रा (60 रन देकर तीन विकेट) ने अहम भूमिका निभाई। भारतीय बल्लेबाज
शुरू से ही परिस्थितियों से सामंजस्य नहीं बिठा पाए। कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (39) और केदार जाधव (41) ने छठे विकेट के लिए 66 रन जोड़कर उम्मीद जगाई जबकि हार्दिक पंडया की 32 गेंदों पर 36 रन की
पारी ने दर्शकों में जोश भरा लेकिन आखिर में भारत 49.3 ओवर में 236 रन पर आउट हो गया। भारतीय बल्लेबाज केदार जाधव के सैंटनर पर मिडविकेट पर लगाए गए छक्के से भारत 25.2 ओवर में 100 रन के पार
पहुंचा। जाधव अपने कप्तान के साथ मिलकर जब भारतीय पारी को संवार रहे थे तभी उन्होंने हेनरी फुललेंथ गेंद को थर्डमैन पर खेलने के प्रयास में विकेटकीपर को कैच दे दिया।