धनतेरस: प्रदेश के कई शहरों में सजने लगे बाजार, जानें खरीदारी का शुभ मुहूर्त 

धनतेरस: प्रदेश के कई शहरों में सजने लगे बाजार, जानें खरीदारी का शुभ मुहूर्त 


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इस बार धनतेरस व्यापारियों के साथ ही खरीदारों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आएगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार धनतेरस पर बन रहे संयोग के कारण पूरा दिन खरीदारी के लिए उपयुक्त मुहूर्त वाला दिन है


और खरीदार... इस बार धनतेरस व्यापारियों के साथ ही खरीदारों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आएगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार धनतेरस पर बन रहे संयोग के कारण पूरा दिन खरीदारी के लिए उपयुक्त मुहूर्त


वाला दिन है और खरीदार चौपहिया, दुपहिया वाहनों से लेकर इलेक्ट्रिकल आइटम, इलेक्ट्रोनिक्स के सामान समेत वस्त्र, सोने-चांदी के आभूषण खरीद सकते हैं। दिवाली का दूसरा दिन धनतेरस का होता है और


दिवाली के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में एक है। इस दिन कोई भी सामान खरीदना शुभ माना जाता है और बाजार में धनतेरस की खरीदारी का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। बाजार में भी व्यवसायियों की नजर


धनतेरस के कारोबार पर रहती है। अक्सर ही धनतेरस के दिन का अकेला कारोबार कई दिन के कारोबार पर भारी पड़ जाता है। हिंदी पंचांग के अनुसार, धनतेरस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को होता


है। इस बार ये दिन 13 नवंबर को पड़ रहा है। धनतेरस पर भगवान धन्वतंरि का पूजन किया जाता है। उनसे स्वस्थ रहने और आर्थिक सम्पन्नता की कामना की जाती है। इसी के साथ नई वस्तुएं मोबाइल, दोपहिया वाहन,


कार, नया भूखंड, भवन, सोना, गहने आदि खरीदे जाते हैं। स्टील के बर्तन खरीदने का बड़ा रिवाज है। ज्योतिषचार्यों के अनुसार यह वस्तुएं सही मुहूर्त में खरीदी जाएं तो शुभ फलदायक होती हैं। कहा कि इस


दिन कोई भी सामान खरीदना शुभ माना जाता है।  धरतेरस पर करें दीपदान आचार्य डा.सुशांत राज के अनुसार, कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश


लेकर प्रकट हुए थे। चूंकि वह कलश लेकर प्रकट हुए, इसलिए इस दिन बर्तन खरीदने का रिवाज है। कहीं कहीं चांदी खरीदने की भी प्रथा है। लोग सोने चांदी के सिक्के की जमकर खरीदारी करते हैं। इसे चंद्रमा


का प्रतीक माना जाता है। लोग इसी दिन दिवाली की रात लक्ष्मी गणेश जी की पूजा के लिए मूर्ति भी खरीदते हैं। धन्वंतरि देवताओं के चिकित्सक कहे जाते हैं। इसलिए चिकित्सकों के लिए भी ये दिन महत्वपूर्ण


है। धनतेरस के दिन शाम को घर के मुख्य द्वार व आंगन में दीए जलाने चाहिए। साथ ही दीपदान करना चाहिए। मान्यता है कि इससे यमराज के भय से मुक्ति मिलती है। धनतेरस पर पूजन का शुभ मुहूर्त 13 नवंबर की


शाम : 5:28 से 5:59 तक अमृत चौघड़िया : सुबह 6:35 से 7:59 तक लाभ चौघड़िया : दोपहर 2:58 से 4:22 तक धनु लग्न : सुबह 10:34 से 12:40 तक कुंभ लग्न : दोपहर 2:27 से 4:01 तक इलेक्ट्रिकल-इलेक्ट्रानिक्स


सामान खरीदने का मुहूर्त शुभ चौघड़िया : सुबह 9:23 से 10:47 तक कुंभ लग्न : दोपहर 2:27 से 4:01 तक कार और दोपहिया वाहन खरीदने का मुहूर्त शुभ चौघड़िया : सुबह 9:23 से 10:47 तक कुंभ लग्न : दोपहर


12:10 से 4:01 तक चर चौघड़िया : दोपहर 1:34 से 2:58 तक वृषभ लग्न : रात्रि 7:14 से 9:14 तक    श्रीनगर में दीपावली को लेकर सजा बाजार श्रीनगर। श्रीनगर में दीपावली को लेकर बाजार सज गए हैं। कोरोना


काल में व्यापार मंदा होने के बाद इस बार दीपावली में व्यापारियों को व्यापार के पटरी पर आने की उम्मीद है। गोला बाजार में खील-बताशा, लड़ियां, फूल-मालाएं, दीये व अन्य दुकानें सजने से बाजार की


रौनक देखते ही बन रही है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में भी खरीदारी को लेकर उत्साह बना हुआ है। जीआईटीआई मैदान में पटाखों की दुकानें सजने लगी हैं। धनतेरस पर होने वाली खरीदारी को लेकर भी व्यापारी


उत्साहित हैं। धनतेरस के लिए सजे बाजार पौड़ी। धनतेरस को लेकर पौड़ी के बाजार सज गए है। गुरुवार को धनतेरस मनाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के चलते निराश व्यापारियों को धनतेरस व्यौहार के आने पर खुशी


बनी हुई है। वहीं, पुलिस प्रशासन ने भी भीड़ को देखते हुए तैयारियां की है। पुलिस ने जगह-जगह दुकानों में नो मास्क, नो एंटी के पोस्टर चस्पा किए है।  गुरुवार को होने वाले धनतेरस व्यौहार को लेकर


पौड़ी के बाजार सज गए है। पौड़ी के अपर बाजार, धारा रोड, लोवर बाजार आदि बाजारों में स्थित ज्वैलर्स व वर्तनों की दुकाने सज गई है। बीते मार्च से कोरोना संक्रमण के चलते सुस्त पड़े बाजार को धनतेरस


पर काफी उम्मीदे है। वहीं, पुलिस प्रशासन ने भी जगह-जगह दुकानों में नो मास्कख् नो एंटी के पोस्टर लगाए हुए है।     कर्णप्रयाग में धनतेरस- दिवाली के लिए सजे बाजार कर्णप्रयाग। धनतेरस और उसके बाद


दिवाली के लिए यहां बाजार सज चुके हैं। मुख्य बाजार में खील बतासे से लेकर पटाखा बाजार की रौनक बनी है। तो इलेक्ट्रानिक, बर्तन सहित ज्वेलर्स ने अपनी दुकानों को त्योहारी लुक लेकर आकर्षक बनाया


है। 12 नवंबर को धनतेरस के अवसर पर जिला प्रशासन ने अवकाश भी घोषित किया है। लॉकडाउन और कोविड संक्रमण से खराब हुई बाजार की हालात धनतेरस, दिवाली और छट पूजा पर सुधरने की उम्मीद हैं। जिसके लिए


यहां पेट्रोल पंप रोड, मुख्य बाजार, सिमली रोड, उमा देवी चौक, अपर बाजार सहित अन्य बाजारों में बुधवार को भी रौनक रही। ज्वेलर्स संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश शाह,  बर्तन बिक्रेता संजीव अरोड़ा,


अभिषेक पाल, मनीष खंडूड़ी, वरुण मिश्रा आदि ने बताया कि लॉकडाउन के बाद त्योहारी सीजन पर बाजार में रौनक रहने की उम्मीद है। पुलिस ने बढ़ाए सुरक्षा इंतजाम त्योहारी सीजन को देखते हुए पुलिस ने


बाजार में सुरक्षा इंतजाम भी बढ़ा दिए हैं। पुलिस थानाध्यक्ष जीसी शर्मा ने बताया कि बाजार सहित अन्य भीड़ भाड़ वाली जगह महिला पुलिस सहित आवश्यकतानुसार पुलिस बल तैनात किया गया है।   धनतेरस को


सजने लगा बाजार नई टिहरी। धनतेरस के लिए बाजार सजने लगे हैं। कोविड अनलाक प्रक्रिया के बाद दीपावली त्यौहार में रौनक दिखने लगी है। नई टिहरी जिला मुख्यालय सहित चंबा, घनसाली, लंबगांव, पिपलडाली,


रजाखेत, कंडीसौड़, चमियाला व नरेंद्रनगर में भी पटाखों, मिठाई व बर्तनों की दुकानें सजने लगी है। धनतेरस पर बाजार उबरने के आसार बन रहे हैं। स्थानीय व्यापारी भी दीपावली के रौनक से खुश नजर आ रहे


हैं। बाजार में मिठाईयों व पटाखों को लेकर लोगों में उल्लास देखा जा रहा है। स्थानीय व्यापारी पर त्यौहारी सीजन को देखते हुये दुकानों को तनम्यता से सजाने में लगे हैं।  भीड़ देख कारोबारियों के


चेहरे खिले, धनतेरस का इंतजार रुड़की। धनतेरस को लेकर रुड़की के बाजार सज चुके हैं।  व्यापारियों का कहना है कि लंबे समय बाद बाजारों में चहल-पहल दिखने लगी है। कारोबारियों को धनतेरस का इंतजार है।


 रुड़की के बाजारों में धनतेरस के लिए कई दिनों से तैयारी शुरू कर दी गई थी। भीड़ भी बाजार में बढ़ने लगी है। कुछ खरीददारी भी शुरू हुई है। व्यापारियों का कहना है कि लंबे समय बाद बाजार में भीड़


को देखकर वह उत्साहित हैं। उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में उनका व्यापार गति पकड़ेगा। सिविल लाइंस में इलेक्ट्रॉनक्सि आइटम की दुकान करने वाले दीपक मेहंदीरत्ता का कहना है कि पिछली दीपावली


के मुकाबले अभी कारोबार कम है।  इस बात का सुकून है कि बाजार में खरीददार दिखने लगे हैं। जिससे आगे व्यापार की स्थिति ठीक होने की उम्मीद जग रही है। सिविल लाइंस के कारोबारी गगन अहूजा का कहना है


कि संक्रमण से बचने के लिए अधिकतर लोग दुकानों में नहीं जा रहे हैं। बल्कि अपने क्षेत्र की प्रमुख दुकान में ही खरीदारी करने जा रहे हैं। जिससे कुछ दुकानें तो सही चल रही है लेकिन कुछ के कारोबार


में अभी भी मंदी ही दिख रही है। रामनगर में बर्तनों का कारोबार करने वाली गीता गांधी ने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष काम तो अभी कम है, लेकिन अभी त्योहार की कुछ दिन बाकी है। उम्मीद है


कि कारोबार में सुधार होगा। ज्वेलर्स बलवीर गोयल का कहना है कि आर्थिक तंगी के चलते लोगों की खरीदारी करने की क्षमता घटी है। कहा कि लंबे समय बाद बाजार में हल्की सी हलचल देखने को मिली है। जिसको


देख कर लग रहा है कि भवष्यि में कारोबार में सुधार होगा।