
संसद में भी उठेगा महाराष्ट्र का मुद्दा, sc में कुछ देर में अहम सुनवाई
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कांग्रेस सोमवार को संसद में महाराष्ट्र के मुद्दे को उठाने की तैयारी में है और इसी संदर्भ में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर पार्टी के संसदीय रणनीतिक समूह की बैठक हुई। सूत्रों के
मुताबिक पार्टी नेताओं ने लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव दे रखा है। उन्होंने बताया कि सोनिया के आवास पर इसी मुद्दे को लेकर बैठक हुई जिसमें लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी,
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल मौजूद थे। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम में राज्यपाल ने शनिवार की सुबह देवेंद्र फडणवीस
को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी। इसके बाद से शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा अपने अपने विधायकों को मुंबई के अलग अलग होटलों में रखा है । भाजपा की सरकार बनने को
लेकर इन तीनों पार्टियों ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने एवं उसके बाद के
राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर सोमवार को भाजपा पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या देश अब "जनादेश के खुले अपहरण' के दौर में पहुंच चुका है। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, "टीवी दिखा
रहा है कि भाजपा महाराष्ट्र में (संवैधानिक) संस्थाओं और संविधान को ठेंगा दिखाते हुए कर्नाटक का खेल फिर से दोहराना चाह रही है।’कांग्रेस नेता ने कहा,‘महाराष्ट्र में 12000 किसानों ने आत्महत्या
कर ली और उनके लिए भाजपा सरकार की जेब से तो मदद नहीं निकली।" प्रियंका ने सवाल किया, "क्या हम जनादेश के खुले अपहरण के दौर में पहुँच चुके हैं?' महाराष्ट्र मुद्दे पर लोकसभा में
कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और चीफ व्हिप के सुरेश ने स्थगन प्रस्ताव दिया। वहीं, राज्यसभा सांसद बिनॉय बिस्वम ने भी महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर नियम 267 के तहत कार्य स्थगन प्रस्ताव
दिया। इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर बीजेपी को निशाने पर लिया। > टीवी दिखा रहा है कि भाजपा > महाराष्ट्र में संस्थाओं, > संविधान को ठेंगा दिखाते > हुए कर्नाटक
का खेल फिर से > दोहराना चाह रही है। > > महाराष्ट्र में 12000 किसानों > ने आत्महत्या कर ली। उनके > लिए भाजपा सरकार की जेब से > तो मदद नहीं निकली। > > क्या हम जनादेश
के खुले > अपहरण के दौर में पहुँच > चुके हैं? > > — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 25, 2019 एनसीपी ने बागी रुख अपना चुके अजीत पवार को मनाने की कोशिश जारी रखी
है। शरद पवार के समर्थक नेता उनके खिलाफ कड़ी टिप्पणी करने से बच रहे हैं। वहीं, सोमवार सुबह एनसीपी नेता छगन भुजबल भी डिप्टी सीएम पवार को मनाने के लिए पहुंचे। > Mumbai: Nationalist
Congress Party (NCP) leader Chhagan Bhujbal > reaches Maharashtra Deputy Chief Minister Ajit Pawar's residence to > talk to him. (file pics) pic.twitter.com/2V1fHfyuc2 > — ANI
(@ANI) November 25, 2019 महाराष्ट्र में बीजेपी और अजीत पवार की अगुआई में बनी नई सरकार के गठन के बाद लापता बताए जा रहे चार एनसीपी विधायकों में से दो सोमवार को मुंबई स्थित हयात होटल लौट आए।
एनसीपी नेताओं ने बताया कि ये दो विधायक दौलत डरोडा और अनिल पाटिल गुड़गांव के एक होटल में थे और एनसीपी यूथ कांग्रेस के प्रेसिडेंट धीरज शर्मा और नैशनलिस्ट स्टूडेंट कांग्रेस चीफ सोनिया दुहन के
साथ रविवार देर रात मुंबई पहुंचे। इससे पहले, एक अन्य एनसीपी विधायक नितिन पवार रविवार को मुंबई पहुंच गए वहीं, अन्य विधायक नरहरि जिरवाल फिलहाल दिल्ली में सेफ लोकेशन पर बताए जा रहे हैं। लौटने
वाले विधायकों ने शरद पवार को समर्थन देने का भरोसा दिया है। एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि 52 विधायक पवार की अगुआई वाली पार्टी के साथ मौजूद हैं। बता दें कि एनसीपी के कुल 54 विधायक इस बार
चुने गए हैं। राजनीति में कोई स्थायी ‘दुश्मन’ नहीं होता ये बात इन दिनों महाराष्ट्र में स्पष्ट रूप से नजर आ रही है जहां कभी राकांपा नेता अजित पवार को जेल भेजने की कसम खाने वाले देवेंद्र
फडणवीस ने उन्हें अपनी सरकार में उप मुख्यमंत्री बना लिया है। देवेंद्र फडणवीस ने 2014 में पवार को कथित ‘सिंचाई घोटाले’ में जेल भेजने की शपथ ली थी जिसका वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है। फडणवीस
ने शनिवार को एक बार फिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और उस शख्स (अजित पवार) को उप मुख्यमंत्री बनाया जिसे वह काफी पहले से भ्रष्ट बताते आ रहे थे। अब फडणवीस के पवार को भ्रष्ट बताने
वाले यही वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। वीडियो में फडणवीस यह कहते सुने जा सकते हैं कि चुनाव के बाद अजित पवार जेल में क्या कर रहे होंगे। फडणवीस वीडियो में फिल्म शोले का एक संवाद
दोहराते नजर आ रहे हैं, ‘‘चक्की पीसींग एंड पीसींग एंड पीसींग।’शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को ‘‘प्राकृतिक रूप से भ्रष्ट पार्टी’’ करार देने वाले प्रधानमंत्री
अजित पवार के उप-मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें बधाई देने वालों में शामिल हैं। एनसीपी ने रविवार रात को दावा किया कि अजित पवार के उप मुख्यमंत्री पद के शपथ समारोह में शनिवार को भाग लेने वाले
तीन विधायकों को भाजपा द्वारा निजी विमान में उसी दिन दिल्ली लाया गया था। एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि तीनों विधायकों ने कहा है कि वे पार्टी के साथ हैं। उन्होंने कहा कि दौलत
दरोडा और नितिन पवार ने वीडियो संदेश भेजकर कहा है कि वे एनसीपी के साथ हैं। एक और विधायक नरहरि जिरवाल का संदेश भी एनसीपी के ट्विटर पर साझा किया गया। इससे पहले दिन में मलिक ने तीनों विधायकों के
अलावा बाबासाहेब पाटिल और अनिल पाटिल के लापता होने के बात कही थी। मलिक ने कहा कि ये विधायक जल्दी ही लौट आएंगे। मलिक ने ट्विटर पर अनिल पाटिल के ट्वीट को टैग किया था जिसमें पाटिल ने कहा था कि
वह राकांपा के साथ हैं और उन्हें शरद पवार के नेतृत्व पर भरोसा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार देर रात अपने विधायकों को उपनगरीय रिजॉर्ट से मुंबई के दूसरे होटल में
स्थानांतरित कर दिया। विधायकों को बस से पवई के होटल रेनेसा से दूसरे होटल ले जाया गया। राकांपा नेता अजित पवार के भाजपा के साथ हाथ मिलाने और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद शनिवार रात से
राकांपा विधायक होटल रेनेसा में थे। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि राकांपा के कितने विधायक होटल में हैं। पार्टी ने 288 सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनाव में 54 सीटों पर जीत दर्ज की थी। माना जा रहा
है कि शिवसेना भी अपने विधायकों को दूसरे होटल में स्थानांतरित कर सकती है। फिलहाल उसके विधायक मुंबई हवाई अड्डे के नजदीक ललित होटल में रुके हुए हैं। इस बीच भाजपा को समर्थन देने की घोषणा करने
वाले निर्दलीय विधायक रवि राणा ने दावा किया कि शिवसेना जल्द ‘‘बड़े झटके’’ का सामना करेगी। राणा के मुताबिक फडणवीस को 175 विधायकों का समर्थन हासिल है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने रविवार रात को आरोप लगाया कि भाजपा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता और नवनियुक्त उप मुख्यमंत्री अजित पवार का इस्तेमाल लोगों को ‘‘भ्रमित’’ करने के लिए कर रही
है। चव्हाण की यह प्रतिक्रिया रविवार को अजित पवार की ओर से किए गए ट्वीट के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा कि वह अब भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में हैं और शरद पवार उनके नेता हैं।
कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘‘अंग्रेजी में कहावत है अगर आप भरोसा नहीं दिला सकते तो उन्हें भ्रमित कर दीजिए। भाजपा ने किसी और के कंधे पर बंदूक रखकर ठीक वहीं काम कर रही है।’’उन्होंने एक वीडियो
भी साझा किया जिसमें विधायक पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने के बाद होटल में चहलकदमी करते हुए दिख रहे हैं। चव्हाण ने कहा, ‘‘सभी विधायक एकजुट और मजबूत हैं।’’
दक्षिण मुंबई स्थित अपने घर में रविवार को पूरा दिन बिताने वाले राकांपा नेता और उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार देर रात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बंद कमरे में मुलाकात की। इससे पहले आज
दिन में उच्चतम न्यायालय ने कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना की संयुक्त याचिका पर केंद्र, महाराष्ट्र सरकार, फडणवीस और अजित पवार को नोटिस जारी किया था। इस याचिका में भाजपा को सरकार बनाने के लिये
आमंत्रित करने के राज्यपाल के 23 नवंबर के आदेश को रद्द करने की मांग की गई है। मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर हुई इस बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल, विनोद तावड़े और गिरीश महाजन
शामिल थे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा देर रात किये गए ट्वीट में कहा गया, ‘‘मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने आज मुलाकात की और बेमौसम हुई बारिश से
प्रभावित किसानों को अतिरिक्त मदद के विभिन्न उपायों पर चर्चा की। इस इस मुद्दे पर मुख्य सचिव और वित्त सचिव के साथ और चर्चा की जाएगी।’’ महाराष्ट्र में सरकार गठन का मामला उच्चतम न्यायालय की
न्यायिक समीक्षा के दायरे में आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह सोमवार को राज्यपाल का पत्र अदालत को सौंपे जिसमें देवेन्द्र फडणवीस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया
है। साथ ही अदालत ने केंद्र सरकार से कहा कि वह भाजपा नेता द्वारा राज्य में सरकार बनाने के लिए किए गए दावे का पत्र भी अदालत के समक्ष सोमवार को सुबह साढ़े दस बजे सुनवाई के दौरान पेश करे।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल की पत्नी शालिनी पाटिल ने कहा, ‘‘शरद पवार ने जिस तरह का व्यवहार वंसतराव के साथ किया था। उसी तरह का अनुभव उन्हें परिवार से तब मिला जब अजित पवार
ने भाजपा से गठबंधन कर लिया।’’ उन्होंने पवार द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के लिए 1978 में उठाए गए कदम को ‘‘ विश्वासघात और पीठ में छुरा घोंपने’’ जैसा करार दिया। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री
वसंतदादा पाटिल की पत्नी शालिनी पाटिल ने रविवार को कहा कि समय का पहिया घूमा है और 41 साल पहले शरद पवार ने जो किया था अजित पवार का कदम उसका ‘सबक’ है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को शरद पवार के
भतीजे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार पार्टी के कुछ विधायकों के साथ राजभवन गए और नाटकीय तरीके से उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली जबकि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने
मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और उसके बाद शरद पवार को अपना कुनबा बचाने के लिए विधायकों को एक होटल में रखना पड़ा। एनसीपी विधायकों को होटल रेनेसां से हटाकर होटल हयात में शिफ्ट किया गया है। सभी
विधायक बस से वहां पहुंच गए हैं। सुरक्षा कारणों से होटल बदला गया है। दिन में एनसीपी ने पुलिस जवान से जासूसी करवाने का आरोप लगाया था। इधर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे होटल ललित में ठहरे अपने
विधायकों से मिलने पहुंचे थे। यह सारी कवायद अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए की गईं हैं। महाराष्ट्र में जारी सियासत के संग्राम के बीच एनसीपी नेता अजित पवार सीएम देवेंद्र फड़नवीस से मिलने
पहुंचे हैं। अजित पवार सीएम फड़नवीस से मुलाकात करने के लिए उनके घर वर्षा पहुंचे हैं। भाजपा का समर्थन करने वाले विधायकों में निर्दलीय रवि राणा (बडनेरा), किशोर जोरगेवार (चंद्रपुर), गीता जैन
(मीरा भयंदर), महेश बाल्दी (उरण), संजय शिंदे (करमाला), राजेंद्र राउत (बरशी), पाकाश अवडे (इचलकरंजी), और राजेंद्र पाटिल (शिरोल) शामिल हैं। इनके अलावा बीजेपी पीडब्ल्यूपी विधायक श्यामसुंदर शिंदे
(लोहा), राष्ट्रीय समाज पक्ष के रत्नाकर गुट्टे (गंगाखेड), भीसर से राजेश पाटिल, नालासोपारा से क्षितिज ठाकुर, वसई से हितेंद्र ठाकुर, बहुजन विकास अगाड़ी (बीवीए) के सभी और जन सुराज शक्ति पार्टी
की शाहूवादी विधायक विनायक कोरे के समर्थन का भी दावा करती है। एनसीपी विधायक धनंजय मुंडे ने कहा है कि वो पार्टी के साथ हैं। यानी शरद पवार के साथ हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी अफवाह न फैलाए। कल
इस बात की चर्चा थी कि एनसीपी खेमे के दोनों भतीजे (अजित पवार और धनंजय मुंडे) ने बगावत कर दी है। धनंजय मुंडे बीजेपी नेता रहे गोपीनाथ मुंडे के भतीजे और पंकजा मुंडे के भाई हैं और चुनावों में
धनंजय ने पंकजा को ही हराया है। > Nationalist Congress Party (NCP) leader Dhananjay Munde: I am with > party, I am with Pawar saheb. Please don’t spread rumours. > #Maharashtra (file
pic) pic.twitter.com/iyd4uebuFh > — ANI (@ANI) November 24, 2019 महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से एक दिन पहले एनसीपी ने अपने सभी विधायकों को होटल रेनेसां से हयात
में शिफ्ट कर दिया है। एनसीपी ने यह कदम अजित पवार के उस ट्वीट के बाद उठाया, जिसमें उन्होंने खुद को डिप्टी सीएम बताया। अजीत ने कहा- मैं एनसीपी में ही रहूंगा और शरद पवार ही हमारे नेता हैं।
हालांकि, अजित ने यह भी कहा कि भाजपा-राकांपा गठबंधन महाराष्ट्र में स्थिर सरकार देगा। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि पार्टी के 50 विधायक एकजुट हैं लेकिन सभी एक ही होटल में एक ही जगह नहीं
हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके चार विधायकों को बीजेपी ने कहीं छिपाकर रखा है लेकिन उनसे लगातार बातचीत हो रही है। वो जल्द ही वापस आएंगे। > Nawab Malik, Nationalist Congress Party (NCP):
50 MLAs are with us > but not everyone is at the hotel, 4 MLAs who are kept somewhere by > BJP people, are in constant touch with us and will definitely come > back. #Maharashtra
pic.twitter.com/gNbywXXVU6 > — ANI (@ANI) November 24, 2019 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी के निधन पर दुख व्यक्त करते
हुए रविवार को कहा कि वह कद्दावर नेता थे। उन्होंने मध्य प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मोदी ने ट्वीट किया है, ‘‘कैलाश जोशी जी एक ऐसे कद्दवार नेता थे, जिन्होंने मध्य प्रदेश के
विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने (जोशी) मध्य भारत में जनसंघ एवं भाजपा को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की।’’ मोदी ने कहा, ‘‘उन्होंने एक प्रभावी विधायक के रूप
में अपनी पहचान बनाई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके निधन से दुख हुआ। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।’’ कैलाश जोशी (90) का लंबी बीमारी के बाद भोपाल स्थित एक निजी अस्पताल में
रविवार सुबह निधन हुआ। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई शुभकामनाओं पर रविवार को शुक्रिया अदा किया। साथ ही
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को आश्वस्त किया कि वह राज्य के लोगों के लिए कठिन परिश्रम करेंगे। प्रधानमंत्री ने शनिवार को अजित पवार के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्हें बधाई दी थी। इसी
पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने टवीट किया, ‘‘धन्यवाद माननीय प्रधानमंत्री, हम एक स्थायी सरकार सुनिश्चित करेंगे जो महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए कठिन मेहनत करेंगे।’’ राकांपा के सूत्रों
ने बताया कि यह ट्वीट इस बात का संकेत है कि पार्टी सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे अजित पवार भाजपा को समर्थन को लेकर अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं हैं। महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने के
बाद एनसीपी नेता अजित पवार ने रविवार (24 नवंबर, 2019) को एक के बाद एक कई ट्वीट किए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से लेकर तमाम भाजपा नेताओं को उन्हें डिप्टी सीएम
बनाए जाने की बधाई पर धन्यवाद दिया। ट्वीट में सबसे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहा। पीएम मोदी का एक ट्वीट रिट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'शुक्रिया प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी जी। हम एक स्थिर सरकार सुनिश्चित करेंगे जो महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत करेगी।' गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए उन्होंने लिखा, 'आपका धन्यवाद।
आप की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।' ट्वीट में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और अन्य नेताओं को धन्यवाद दिया।। भाजपा नेता देवेंद्र
फडणवीस के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के एक दिन बाद रविवार को यहां भाजपा विधायकों की बैठक शुरू हुई। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि दादर में मुंबई भाजपा कार्यालय वसंत स्मृति
में चल रही बैठक में फडणवीस, राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल और केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे समेत पार्टी के कई नेता मौजूद हैं। राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने रविवार को अनिल पाटिल के
ट्वीट को टैग करते हुए ट्वीट किया, जिसमें कहा गया कि वह (पाटिल) राकांपा का हिस्सा बने रहेंगे और उन्होंने शरद पवार के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया। पाटिल ने ट्वीट में कहा कि वह राजभवन गए थे
क्योंकि अजित पवार विधायक दल के नेता थे। पाटिल ने ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थी कि राजभवन में क्या होने वाला है। मैं शरद पवार के साथ हूं।’’ मलिक ने कहा कि यह पाटिल की
पार्टी में वापसी का संकेत है। मलिक ने रविवार को कहा कि पार्टी ने दरोडा और बाबा साहेब पाटिल के दो अलग-अलग वीडियो जारी किए हैं, जिसमें उन्हें यह कहते हुए देखा गया है कि वे राकांपा के साथ हैं।
एनसीपी ने रविवार को दावा किया है कि शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री के रूप में अजित पवार के शपथ ग्रहण के बाद ‘लापता’ हुए उसके पांच में से तीन
विधायक से संपर्क किया गया है और वे पार्टी के साथ हैं। पार्टी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि रविवार सुबह तक पांच विधायकों- दौलत दरोडा (शाहपुर), नितिन पवार (कलवन), नरहरी झिरवाल (डिंडोरी),
बाबासाहेब पाटिल (अहमदपुर), अनिल पाटिल (अमलनेर) के लापता होने की सूचना है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने अनिल पाटिल, बाबासाहेब पाटिल और दरोडा से संपर्क किया है। महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख
उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री नहीं बनने से दुखी एक शिवसेना समर्थक ने वाशिम जिले में कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। यह घटना शनिवार शाम को मुंबई से 580
किमी दूर मनोरा चौक पर हुई। वाशिम जिले के उमरी गांव निवासी रमेश बालू जाधव वहां किसी काम से गया था। दिगरस पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री पद
कीशपथ लेने की खबर मिलने के बाद नशे में धुत जाधव ने ब्लेड से अपना हाथ काट लिया। उन्होंने बताया कि एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने जाधव को अपना हाथ जख्मी करते देखा तो उसने दौड़कर उसे आत्महत्या करने
से रोक लिया। जाधव को सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस के अनुसार उसने शराब के नशे में यह कदम उठाया होगा। महाराष्ट्र में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली
राज्य सरकार को रविवार (24 नवंबर) को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस संजीव खन्ना की पीठ ने भाजपा और विपक्ष (एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना) की दलीलें
सुनने के बाद अपना फैसला दिया है। कोर्ट ने कहा, 'मामले में कल (सोमवार) फिर सुनवाई होगी।' कोर्ट ने इसके अलावा केंद्र सरकार, राज्य सरकार, एनसीपी नेता अजीत पवार और प्रदेश के
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को नोटिस जारी किया है। एनसीपी नेता जयंत पाटिल पार्टी के विधायक दल के नेता के तौर पर अजित पवार का स्थान लिए जाने के संबंध में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह
कोश्यारी को सूचना देने के लिए एक पत्र लेकर रविवार (24 नवंबर, 2019) को राज भवन गए और बाद में दावा किया कि सभी एनसीपी विधायक पार्टी के साथ हैं। राज भवन के एक अधिकारी ने को बताया कि राज्यपाल
मुंबई में नहीं हैं। पाटिल ने कहा कि अजित पवार को एनसीपी के खिलाफ बगावत करने के उनके फैसले के बारे में पुर्निवचार करने के लिए मनाया जा रहा है। अजित पवार के भाजपा के साथ हाथ मिलाने और
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के कुछ घंटों बाद उन्हें शनिवार को एनसीपी के विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया। देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ
ली। राज भवन जाने के बाद पाटिल ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने राज्यपाल को राकांपा की शनिवार शाम को हुई बैठक की सूचना देते हुए एक पत्र सौंपा हैं। इस बैठक में अजित पवार को पार्टी के विधायक
दल के नेता पद से हटा दिया गया। पाटिल बाद में अजित पवार से मिलने के लिए यहां चर्चगेट स्थित उनके आवास पर गए। भाजपा ने रविवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास
170 से अधिक विधायकों का समर्थन है और भरोसा जताया कि वह राज्य विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगे। यहां पत्रकारों से बातचीत में भाजपा नेता आशीष शेलार ने कहा कि फडणवीस एक स्थिर और
मजबूत सरकार देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘फडणवीस और अजित पवार के शपथ लेने के साथ ही लोगों के बीच खुशी और सकारात्मकता का भाव है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फडणवीस के पास 170 से अधिक विधायकों का समर्थन है और
भाजपा सरकार सदन के पटल पर बहुमत साबित करेगी।’’ शेलार ने कहा कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सदन के पटल पर अपना बहुमत साबित करने के लिए नयी सरकार को 30 नवंबर तक का समय दिया है। उन्होंने इस
आरोप को खारिज कर दिया कि शनिवार को हुआ शपथ ग्रहण ‘‘रात के अंधेरे में’’ किया गया। एनसीपी नेता अजीत पवार द्वारा भाजपा संग सरकार मनाने पर शिवेसना लीडर संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने
कहा कि हम अजीत पवार को मना लेंगे। हर परिवार में ऐसा होता है। महाराष्ट्र में आए राजनीतिक भूचाल के बाद से लगातार सियासी उलटफेर जारी है। अजीत पवार के भाजपा के साथ जाने के बाद एनसीपी ने विधायक
दल की बैठक की और अजीत पवार को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया। उनकी जगह जयंत पाटिल को एनसीपी के विधायक दल का नया नेता बनाया गया है। एक हिंदी न्यूज चैनल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जयंत
पाटिल एनसीपी विधायकों के समर्थन की चिट्ठी राज्यपाल को सौपेंगे। जस्टिस एनवी रमना ने कहा कि हमसे लोग कुछ भी मांग लेते हैं और मांग की कोई सीमा नहीं होती। इसी बीच सिंहवी ने कहा कि 55 में से 41
नेता ने अजीत पवार को अपना नेता नहीं माना। इसपर मुकुल रोहतगी ने फिर कहा कि राज्यपाल के फैसले को चुनौती नहीं जा सकती है। उन्होंने सरकार बनाने के लिए जरुरी समर्थन के बाद फडणवीस को शपथ दिलाई।
रोहतगी ने आगे कहा कि विपक्ष तीन सप्ताह तक सरकार बनाने के लिए सोता रहा और अचानक उनकी नींद खुली। सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना की तरफ से पहुंचे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने तीन जजों की बेंच से
रविवार (24 नवंबर, 2019) को मामले में सुनवाई करने के लिए शुक्रिया कहा। साथ ही माफी भी मांगी कि उन्हें रविवार को कोर्ट रूम में आना पड़ा। इसके जवाब में कोर्ट ने कहा कि ये उनका काम है। भाजपा की
तरफ से पेश हुए मुकुल रोहतगी ने कहा कि कोर्ट बिना दूसरे पक्ष को सुने अपना फैसला ना दे। रोहतगी ने आगे कहा कि गवर्नर का फैसला बदला नहीं जा सकता। इसी बीच विपक्ष ने तुरंत फ्लोर टेस्ट की मांग
करते हुए कर्टनाक का उदाहरण दिया। एनसीपी की तरफ से पेश हुए अभिषेक सिंहवी ने सुनवाई के दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब सरकार बन गई तो फ्लोर टेस्ट से क्यों भाग रहे हैं महाराष्ट्र के
सीएम। इस समय सुप्रीम कोर्ट के तीनों जज दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद आपस में बातचीत कर रहे हैं। कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटाए जाने का फैसला
मनमाना और गलत ढंग से लिया गया था। महाराष्ट्र में सरकार गठन पर निशाने साधते हुए कपिल सिब्बल ने राज्यपाल की भूमिका सवाल उठाए हैं। इसके अलावा विपक्ष की तरफ से पेश हुए दूसरे वकील अभिषेक सिंहवी
ने भी महाराष्ट्र में तुरंत फ्लोर टेस्ट कराए जाने की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को शपथ ग्रहण कराने के महाराष्ट्र के राज्यपाल के फैसले को रद्द करने संबंधी
शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की याचिका पर रविवार को सुनवायी करेगा। याचिका में विधायकों की ‘‘आगे और खरीद फरोख्त’’ से बचने के लिए फौरन शक्ति परीक्षण कराने की भी मांग की गयी है। न्यायमूर्ति एन वी
रमन, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ सुबह साढ़े 11 बजे याचिका पर सुनवायी करेगी। तीनों पार्टियों ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए उन्हें
आमंत्रित करने का राज्यपाल भगत ंिसह कोश्यारी को निर्देश देने का भी अनुरोध किया। यह भी कहा गया है कि उनके पास 144 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने
‘‘भेदभावपूर्ण व्यवहार’’ किया और ‘‘भाजपा द्वारा सत्ता पर कब्जा किए जाने में उन्होंने खुद को मोहरा बनने दिया’’। तीनों दलों ने 24 घंटे के भीतर तुरंत शक्ति परीक्षण कराने का भी अनुरोध किया, ताकि
विधायकों की खरीद-फरोख्त को और महा विकास आघाडी (एमवीए) को मिलाकर किसी भी तरह से सत्ता हासिल करने के अवैध प्रयासों को रोका जा सके। सुबह 10:30 बजे: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि
शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन के पास कुल 165 विधायकों का समर्थन हैं। महाराष्ट्र के राज्यपाल ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर महाराष्ट्र की नई सरकार के गठन को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि
महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 30 नवंबर की समय सीमा केवल इसलिए दी गई ताकि दल बदल कराया जा सके। सुबह 10 बजकर 10 मिनट: भाजपा ने अजित पवार को राकांपा के विधायक दल के नेता पद से
हटाए जाने का विरोध करते हुए इसे ‘अमान्य’ बताया। सुबह नौ बजकर 20 मिनट: सूत्रों ने बताया कि राकांपा नेता अजित पवार रविवार को तड़के चर्चगेट के निकट अपने निजी आवास पहुंचे। पवार ने शनिवार को
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।