
आईपीओ से पहले oyo की पैरेंट कंपनी का बदलेगा नाम… ₹3 लाख इनाम का इंतजाम
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ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने अपनी पैरेंट कंपनी ओरावेल स्टेज के लिए नाम के सुझाव आमंत्रित किए हैं। उन्होंने विजेता को तीन लाख रुपये का पुरस्कार और उनसे मिलने का मौका देने की घोषणा भी की
है। Deepak Kumar लाइव हिन्दुस्तानSat, 31 May 2025 11:07 AM Share Follow Us on __ OYO IPO NEWS: हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की कंपनी ओयो का आईपीओ अगले कुछ महीनों में आने वाला है। इससे पहले पैरेंट
कंपनी के नाम में बदलाव की तैयारी हो रही है। दरअसल, ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने अपनी पैरेंट कंपनी ओरावेल स्टेज के लिए नाम के सुझाव आमंत्रित किए हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआई सूत्रों की मानें
तो नया नाम उस प्रीमियम होटल ऐप का हो सकता है जिसे ओयो निकट भविष्य में पेश करने की योजना बना रही है। क्या कहा ओयो के मालिक ने ओयो के संस्थापक ने कहा- हम मूल कंपनी का नाम बदल रहे हैं। होटल चेन
नहीं, उपभोक्ता उत्पाद नहीं- बल्कि शहरी इनोवेशन और आधुनिक जीवन के वैश्विक परिवेश को सशक्त बनाने वाली मूल कंपनी। हमारा मानना है कि अब समय आ गया है कि दुनिया के पास एक नए तरह का वैश्विक
ब्रांड हो जिसका गढ़ भारत में हो, लेकिन दुनिया के लिए बनाया गया हो। उन्होंने विजेता को तीन लाख रुपये का पुरस्कार और उनसे मिलने का मौका देने की घोषणा भी की है। निवेश बैंक मिलेंगे सॉफ्टबैंक से
इस बीच, ओयो ने जून में पांच निवेश बैंकों की उसके प्रमुख शेयरधारक सॉफ्टबैंक से मिलने की व्यवस्था की है। इन बैंक में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और एक्सिस कैपिटल के साथ-साथ भारतीय वित्तीय संस्थानों
का प्रतिनिधित्व करने वाले वैश्विक बैंकिंग गठजोड़ से सिटी, गोल्डमैन सैक्स और जेफरीज शामिल हैं। जापानी समूह सॉफ्टबैंक, ओयो के सबसे बड़े शेयरधारकों में से एक है। इसलिए इस बैठक के काफी मायने
हैं। यह बैठक सॉफ्टबैंक के लंदन स्थित ग्रोसवेनर स्ट्रीट कार्यालय में होने वाली है। पांच बैंक, सॉफ्टबैंक के सुमेर जुनेजा के समक्ष अपनी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से जुड़ी रणनीति प्रस्तुत
करेंगे। ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल और उसकी वरिष्ठ नेतृत्व टीम भी इसमें शामिल होगी। पहले भी आईपीओ का प्रयास बता दें कि ओयो ने 2021 में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष
अपने दस्तावेज दाखिल और फिर दोबारा दाखिल किए थे। इसमें सार्वजनिक पेशकश के जरिये 8,430 करोड़ रुपये जुटाने की बात कही गई थी। कंपनी ने हालांकि मई, 2024 में यह दस्तावेज वापस ले लिए थे।